उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में लखीमपुर खीरी कांड (Lakhimpur Kheri Violence) के मुख्य आरोपी और केंद्रीय मंत्री अजय मिश्र टेनी के बेटे आशीष मिश्रा (Ashish Mishra) शुक्रवार को जेल से बाहर आ गए। बताया गया है कि अधिकारियों ने आशीष को जेल के पिछले दरवाजे से बाहर निकाला। बता दें कि सुप्रीम कोर्ट ने बुधवार को आशीष मिश्रा को जमानत दी थी।
मंज़िल को हमेशा ही ढूंढना होगा
जानकारी के मुताबिक सुप्रीम कोर्ट ने आशीष मिश्रा को सशर्त जमानत दी है। आदेश के अनुसार उन्हें सात दिन के अंदर उत्तर प्रदेश और दिल्ली छोड़ना होगा। लखीमपुर में हुई हिंसा के बाद आशीष मिश्रा ने 9 अक्टूबर 2021 को सरेंडर किया था। इसके बाद इलाहाबाद हाईकोर्ट में जमानत याचिका दायर की थी। कोर्ट ने उन्हें 10 फरवरी को जमानत दे दी।
बताया गया है कि आशीष मिश्रा को हाईकोर्ट से जमानत मिलने के बाद इस कांड के मुख्य गवाह दिलजोत सिंह पर 10 मार्च 2022 को और अप्रैल 2022 में ही दूसरे गवाह हरदीप सिंह पर हमला हुआ। गवाहों के वकील इस मामले को लेकर सुप्रीम कोर्ट पहुंच गए, जिसके बाद आशीष मिश्रा को सरेंडर करने के आदेश दिया गया। इसके बाद आशीष मिश्रा ने 24 अप्रैल 2022 को सरेंडर किया।
लखीमपुर हिंसा कांड के मुख्य आरोपी हैं आशीष
इस मामले में केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा टेनी के बेटे समेत कुल 13 लोगों को आरोपी बनाया गया था। इन पर दंगा भड़काने, हत्या, हत्या के प्रयास देने का आरोप है। आशीष के अलावा अन्य सभी आरोपी फिलहाल जेल में ही बंद हैं। यूपी के लखीमपुर खीरी जिले के तिकुनिया गांव में 3 अक्टूबर 2021 को वहां के ग्रामीण किसान बिलों को लेकर विरोध प्रदर्शन कर रहे थे। आरोप है कि मंत्री के बेटे ने अपने समर्थकों के साथ विरोध कर रहे किसानों को गाड़ी से कुचल दिया था।