राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने युवाओं से कहा कि जो दिल पे पत्थर रखकर राजनीति कर लेगा वह कामयाब होगा और आगे बढ़ेगा। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि पार्टी को केवल जिताऊ उम्मीदवारों को ही टिकट देनी चाहिए और टिकटों का फैसला भी चुनाव से दो महीने पहले कर लेना चाहिए।
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गहलोत जयपुर में गुरुवार को राजस्थान युवा कांग्रेस की प्रदेश कार्यकारिणी बैठक को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने युवा कांग्रेस के पदाधिकारियों व नेताओं से आगामी विधानसभा चुनाव की तैयारी करने का आह्वान करते हुए कहा, ”एक बात दिमाग में रखो अगर आगे बढ़ना है तो… जिंदगी में एक बार फैसला हो जाए पार्टी का, आलाकमान का तो दुख तो होता है कि मुझे टिकट नहीं मिला या मेरी इच्छा पूरी नहीं हुई, (लेकिन) उस वक्त अगर दिल पे पत्थर रखकर राजनीति हो… दिल मतलब हार्ट… कितना कोमल होता है उस पर पत्थर रखो… तो जो दिल पर पत्थर रखने की राजनीति कर लेगा वह कामयाब होगा।”
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमने (प्रदेश प्रभारी सुखजिंदर) रंधावा साहब को भी कहा है कि चुनाव से दो महीने पहले तय हो जाए कि टिकट किसको मिलना है… चुनाव के समय दिल्ली की सड़कों पर जो घूमना पड़ता है, उसमें नेता भी थक जाते हैं कार्यकर्ता भी थक जाते हैं। फिर टिकट मिले भी तो वह थका हुआ क्या काम करेगा वहां जाकर।
उल्लेखनीय है कि राज्य में इस साल के आखिर में विधानसभा चुनाव होने हैं। गहलोत ने जिताऊ (जीतने योग्य) उम्मीदवारों को ही टिकट देने की वकालत करते हुए कहा कि पार्टी को उम्मीदवार चुनाव से दो माह पहले ही तय कर लेने चाहिए ताकि वे अपने-अपने इलाके में और अधिक मेहनत कर सकें। मुख्यमंत्री ने कहा, ”अगर चुनाव जीतना है तो सिर्फ और सिर्फ जीतने वाले उम्मीदवार को टिकट देना चाहिए तब जाकर हम जीतेंगे।”