बागपत। प्रदेश के बागपत Baghpat से एक हैरान कर देने वाली खबर सामने आई है। यहां बंदरों ने एक बुजुर्ग व्यक्ति पर इतने पत्थर बरसाए कि उसकी मौत हो गई। बंदरों के इस हमले से हुई मौत ने अब बड़ा रूप ले लिया है।
Baghpat में हुई इस घटना में
बागपत Baghpat में हुई इस घटना में मृतक के परिजन मामले को दर्ज कराना चाहते हैं लेकिन उनके अनुसार पुलिस ने इसे हत्या की बजाय दुघर्टना ही माना है। घटना टिकरी गांव की है। यहां 72 वर्षीय धर्मपाल सिंह सूखी लकड़ियां बटोरने गए थे।
तभी पेड़ के बैठे बंदरों के झुंड ने उन पर पत्थर बरसाए। सिर में आई गहरी चोट से इलाज के दौरान उनकी मृत्यु हो गई। उनके परिजनों ने बंदरों को आरोपी मानकर पुलिस में शिकायत दी लेकिन पुलिस ने इसे एक हादसा माना है।
कस्बा टीकरी निवासी
कस्बा टीकरी निवासी 72 वर्षीय धर्मपाल के घर में 17 अक्टूबर को हवन होना था, जिसके लिए वह आम के पेड़ से सूखी लकड़ियां लेने जा रहा था।
वह एक मकान की दीवार के पास से निकल रहा था तो उसी समय मकान की दीवार पर बैठा बंदर दूसरे मकान पर खुद गया, जिससे छत की मुंडेर की कुछ ईंट गली में जा रहे धर्मपाल के ऊपर गिर गई। ईंट धर्मपाल के सिर में लग गई, जिससे वह गंभीर रुप से घायल हो गया।
वृद्ध की चीख पुकार सुनकर ग्रामीणों ने उसके परिजनों को सूचना दी। घायल धर्मपाल को परिजन चिकित्सक के यहां ले जाने लगे, लेकिन उसने रास्ते मे ही दम तोड़ दिया। वृद्ध की मौत की सूचना पर घर में कोहराम मच गया। परिजनों का रो रोकर बुरा हाल है।
ग्रामीणों ने बताया कि कस्बे में बंदरों के झुंड आए दिन ग्रामीणों पर झपटते रहते हैं। कई बार लोग घायल हो जाते है तो दो दिन पहले इसी तरह के हादसे में धर्मपाल की जान चली गई। खासतौर पर शैतान बंदरों से बच्चे और महिलाएं परेशान रहती हैं।
एसओ दोघट चितवन कुमार ने
एसओ दोघट चितवन कुमार ने बताया कि धर्मपाल की मौत बंदर के मकान पर कूदने से गिरी ईंटों से हुई है इसलिए धर्मपाल के छोटे भाई कृष्णपाल की तहरीर पर केस को इत्तेफाकिया में जीडी में दर्ज कर शव का पोस्टमार्टम कराया गया है। इसमें कोई जांच या विवेचना नहीं होती है।