रेलयात्रियों को अब अपने साथ भारी बैग और सूटकेस आदि सामान को घर से स्टेशन और स्टेशन से घर तक सुरक्षित पहुंचाने की समस्या से जूझना नहीं पड़ेगा। भारतीय रेलवे ने यात्रियों की सुविधा के लिए पहली बार ‘बैग्स ऑन व्हील्स’ सेवा की शुरूआत की है।
‘बैग्स ऑन व्हील्स’ सेवा पूरी तरह मोबाइल ऐप आधारित है। रेलवे ने इस सेवा के लिए निजी एजेंसी को टेंडर आवंटित कर दिया है। ऐसे में रेलवे का दावा है कि इस सेवा को जल्द ही शुरू कर दिया जाएगा। इसमें यात्री के घर से उसके कोच तक सामान लाने व पहुंचाने की सुविधा दी जाएगी। शुरुआत में यह सेवा नई दिल्ली और पुरानी दिल्ली सहित दिल्ली के पांच रेलवे स्टेशनों के अलावा गाजियाबाद और गुरुग्राम रेलवे स्टेशनों पर ही उपलब्ध होगी।
उत्तर एवं उत्तर मध्य रेलवे के महाप्रबंधक राजीव चौधरी ने गुरुवार को बताया कि उत्तर रेलवे के दिल्ली मंडल ने रेलयात्रियों के लिए ऐप आधारित बैग्स ऑन व्हील्स सेवा शुरू की है। यह यात्री के घर से उसके कोच तक सामान लाने व पहुंचाने वाली एक सुगम सेवा है। उन्होंने कहा कि रेलवे नित नए उपायों से राजस्व को बढ़ाने के लिए प्रयासरत है। इसी दिशा में कार्य करते हुए दिल्ली मंडल ने हाल ही में गैर-किराया-राजस्व अर्जन योजना (एनआईएनएफआरआईएस) के अंतर्गत ऐप आधारित बैग्स ऑन व्हील्स सेवा के लिए ठेका प्रदान करके मील का पत्थर स्थापित किया है। भारतीय रेल पर रेलयात्रियों के लिए यह अपनी तरह की पहली सेवा है।
महाप्रबंधक ने कहा कि बीओडब्ल्यू ऐप (एंड्रॉयड और आई फोन उपयोगकर्ताओं के लिए उपलब्ध होगा) के द्वारा रेलयात्री अपने सामान को अपने घर से रेलवे स्टेशन तक लाने अथवा रेलवे स्टेशन से घर तक पहुंचाने के लिए आवेदन करेंगे। यात्री का सामान सुरक्षित तरीके से लेकर रेलयात्री के बुकिंग विवरण के अनुसार उसके कोच अथवा घर तक पहुंचाने का कार्य ठेकेदार द्वारा किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि इस सुविधा के लिए नाम मात्र के शुल्क पर रेलयात्रियों को सामान की डोर-टू-डोर सेवा फर्म द्वारा उपलब्ध करायी जाएगी और यात्री के घर से उसका सामान रेलगाड़ी में उसके कोच तक अथवा उसके कोच से उसके घर तक सुगमता से पहुंचाया जाएगा। यह सेवा रेलयात्रियों विशेषकर वरिष्ठ नागरिकों, दिव्यांगजनों और अकेले यात्रा कर रही महिला यात्रियों के लिए बहुत ही लाभदायक सिद्ध होगी।
चौधरी ने कहा कि इस सेवा की खास खूबी यह है कि सामान की सुपुर्दगी रेलगाड़ी के प्रस्थान से पहले सुनिश्चित की जाएगी। ऐसा होने से यात्री कोच तक सामान लाने व ले जाने की परेशानी से मुक्त हो एक अलग ही प्रकार की यात्रा का अनुभव करेंगे।
उन्होंने बताया कि शुरूआत में यह सेवा नई दिल्ली, दिल्ली जं., हज़रत निजामुद्दीन, दिल्ली छावनी, दिल्ली सराय रोहिल्ला, ग़ाज़ियाबाद और गुरुग्राम रेलवे स्टेशनों से चढ़ने वाले रेलयात्रियों के लिए उपलब्ध होगी। इस सेवा से न केवल यात्री लाभान्वित होंगे बल्कि रेलवे को भी सालाना 50 लाख रुपये के गैर किराया राजस्व की प्राप्ति के साथ ही साथ में एक वर्ष की अवधि के लिए 10 प्रतिशत की हिस्सेदारी भी प्राप्त होगी। भारतीय रेलवे के यात्रियों ने अब तक पैलेस ऑन व्हील्स सेवा का आनंद उठाया है, अब वे बैग्स ऑन व्हील्स सेवा का भी आनन्द ले सकेंगे।