नई दिल्ली। बांग्लादेश में सरकारी नौकरियों में आरक्षण के खिलाफ विरोध प्रदर्शन ने अब हिंसक रूप ले लिया है। बिगड़े हालातों को देखते हुए ढाका में भारतीय उच्चायोग ने बांग्लादेश में रह रहे अपने नागरिकों और छात्रों के लिए एक तत्काल एडवाइजरी जारी की है।
इस एडवाइजरी में देश में बढ़ती अशांति की वजह से गैर जरूरी यात्रा से बचने और अपने घरों से बाहर कम से कम निकलने की सलाह दी गई है। बांग्लादेश स्थित भारतीय उच्चायोग ने कहा बांग्लादेश में मौजूदा स्थिति को देखते हुए, बांग्लादेश में रहने वाले भारतीय समुदाय के सदस्यों और भारतीय छात्रों को यात्रा से बचने और अपने सुरक्षित स्थान पर रहने और घर से बाहर कम से कम निकलने की सलाह दी जाती है।
👉🏼नैंसी पेलोसी ने बाइडन से निजी तौर पर कहा- आप नहीं जीत सकते; जवाब मिला- अब भी मौका है
इसके अलावा ढाका में भारतीय उच्चायोग और चटगांव, सिलहट तथा खुलना में भारतीय सहायक उच्चायोगों ने अपने नागरिकों और छात्रों के लिए आपातकालीन नंबर जारी किए हैं। यह नंबर इस प्रकार हैं: ढाका में भारतीय उच्चायोग: +880-1937400591, चटगांव में भारतीय सहायक उच्चायोग: +880-1814654797, +880-1814654799, सिलहट में भारतीय सहायक उच्चायोग: +880-1313076411 और खुलना में भारतीय सहायक उच्चायोग: +880-1812817799
बता दें कि बांग्लादेश के कई शहरों में सरकारी नौकरियों में आरक्षण के खिलाफ जबरदस्त विरोध-प्रदर्शन हो रहा है। हजारों छात्र सड़कों पर उतरकर आरक्षण खत्म करने की मांग कर रहे हैं। आरक्षण के खिलाफ जारी इस प्रदर्शन ने अब हिंसक रूप ले लिया है और पुलिस के साथ झड़प में 6 लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं, 100 से ज्यादा प्रदर्शनकारी घायल बताए जा रहे हैं। हालात इतने ज्यादा खराब हो गए हैं कि ढाका सहित बांग्लादेश के अलग-अलग शहरों में स्कूल-कॉलेज और मदरसे बंद करने पड़े हैं।
रिपोर्ट-शाश्वत तिवारी