लखनऊ। बैंक ऑफ़ बड़ौदा ने 30 सितंबर, 2023 को समाप्त तिमाही के लिए वित्तीय परिणामों की घोषणा की है। वित्त वर्ष’24 की दूसरी तिमाही में बैंक ऑफ़ बड़ौदा (बीओबी) का तिमाही शुद्ध लाभ वर्ष-दर-वर्ष आधार पर 28.4 फीसदी बढ़कर 4,253 करोड़ रुपये रहा। वहीं वित्त वर्ष 24 की पहली छमाही के दौरान शुद्ध लाभ 51.8 फीसदी बढ़कर 8,323 करोड़ रुपये हो गया।
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बैंक ने बताया कि लाभप्रदता में यह मजबूत वृद्धि वित्त वर्ष’24 की दूसरी तिमाही में वर्ष-दर-वर्ष 25 फीसदी की बेहतर परिचालन आय वृद्धि के कारण संभव हो सकी। वित्त वर्ष 2024 की दूसरी तिमाही में गैर-ब्याज आय में वर्ष-दर-वर्ष आधार पर दो गुना वृद्धि से परिचालन आय में वृद्धि हुई। आय में मजबूत वृद्धि के साथ-साथ ओपेक्स में धीमी वृद्धि के परिणामस्वरूप वित्त वर्ष 2024 की दूसरी तिमाही के लिए परिचालन लाभ में 33 फीसदी की वृद्धि हुई है। वित्त वर्ष 24 की पहली छमाही में परिचालन लाभ सालाना आधार पर 50.1 फीसदी रहा।
बीओबी ने जीएनपीए में वर्ष-दर-वर्ष आधार पर 199 बीपीएस की कमी के साथ इसे 3.32 फीसदी के स्तर पर लाकर अपनी परिसंपत्ति गुणवत्ता में उल्लेखनीय सुधार किया है। बैंक का शुद्ध एनपीए सुधरकर 0.76 फीसदी हो गया है। वित्त वर्ष 2024 की दूसरी तिमाही के लिए ऋण लागत एक फीसदी से नीचे यानी 0.92 फीसदी पर बना हुआ है।
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इस अवधि में बीओबी के वैश्विक अग्रिम में 17.3 फीसदी की मजबूत वर्ष-दर-वर्ष वृद्धि दर्ज हुई है, जिसमें खुदरा ऋण में मजबूत वृद्धि दर्ज हुई। ऑटो ऋण (21.1 फीसदी), गृह ऋण (16.1 फीसदी), वैयक्तिक ऋण (67.2 फीसदी), मॉर्गेज ऋण (13.3 फीसदी), शिक्षा ऋण(18.3 फीसदी) जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों में वृद्धि होने से बैंक के ऑर्गेनिक रिटेल ऋण में 22.2 फीसदी की वृद्धि दर्ज हुई है। बैंक ने 30 सितंबर 2023 तक 22,74,148 करोड़ रुपये का कुल कारोबार हासिल किया, जिसमें वर्ष-दर-वर्ष आधार पर 15.8 फीसदी की वृद्धि दर्ज की गई।