क्या समय आ गया है कि केन्द्र सरकार को अब CAA, NRC व NPR से ध्यान हटा देना चाहिए? ये बात अब इसलिए उठ रही है क्योंकि अब केन्द्र सरकार को आर्थिक मुद्दों पर ध्यान देने की अधिक आवश्यकता है। हम यह बात इसलिए भी कह रहे हैं।
क्योंकि भाजपा सरकार में फाइनेंस सेकेट्री रहे सुभाष चंद्र गर्ग ने अपने ब्लॉग में कहा है कि इस बार कर कलेक्शन 2500 अरब रुपए कम रह सकता है। जो कुल GDP का 1.2 प्रतिशथ है। वहीं उन्होंने इस बात की भी चेतावनी दी कि टैक्स कलेक्शन के नजरिए से मौजूदा वित्त सबसे बुरा होने जा रहा है।
दरअसल, पूर्व वित्त सचि व सुभाष चंद्र गर्ग ने कहा कि चालू वित्त वर्ष में सरकार का कर संग्रह निर्धारित लक्ष्य से लगभग ढाई लाख करोड़ रुपये कम रहने का अनुमान है। यह देश के कुल सकल घरेलू उत्पाद (GDP) के 1.2 प्रतिशत के बराब र है। उन्होंने एक ब्लॉग में कहा कि कर राजस्व के नजरिए से 2019-20 एक बुरा वित्त वर्ष साबित होने जा रहा है। उन्होंने अपने लेख में डिविडेंड डिस्ट्रीब्यूशन टैक्स हटाने की भी मां ग की है।
उन्होंने कहा, कर राजस्व संग्रह लक्ष्य से 2,500 अरब रुपए (GDP का 1.2 प्रतिशत) कम रहने की संभावना है। अब समय आ गया है कि डिविडेंड डिस्ट्रीब्यूशन कर को खत्म कर दिया जाए और व्यक्तिगत आयकर कानून में सुधार लाना चाहिए। सरकार ने बजट में कुल मिलाकर 24.59 लाख करोड़ रुपए कर संग्रह होने का अनुमान लगाया था।