गुजरात में इस साल अंत में होने वाले विधान सभा चुनाव से पहले पाटीदार नेता हार्दिक पटेल ने कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया है. चुनाव से पहले उनका यह कदम कांग्रेस के लिए यह बड़ा झटका माना जा रहा है।
कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी को पत्र लिखकर पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दिया.हार्दिक ने पार्टी छोड़ते हुए कहा, ‘देश के युवा मजबूत नेतृत्व चाहते हैं, लेकिन मैंने पाया है कि पिछले तीन वर्षों में कांग्रेस ने सिर्फ विरोध की राजनीति की। देश के लोगों को विरोध नहीं, बल्कि ऐसा विकल्प चाहिए जो उनके भविष्य के बारे में सोचता हो। देश को आगे ले जाने की क्षमता रखता हो।
सोनिया गांधी को लिखे पत्र में हार्दिक पटेल ने कहा कि अनेक प्रयासों के बाद भी कांग्रेस पार्टी द्वारा देशहित एवं समाज हित के बिल्कुल विपरीत कार्य करने के कारण कुछ बातें आपके ध्यान में लाना बहुत आवश्यक हो गया है.
शीर्ष नेतृत्व का बर्ताव गुजरात के प्रति ऐसा है, जैसे की वह गुजरात और गुजरातियों से नफरत करते हैं। गुजरात के नेता सिर्फ इस बात पर ध्यान देते हैं कि दिल्ली से आए नेता को चिकन सैंडविच मिला या नहीं। कांग्रेस ने युवाओं का भरोसा तोड़ा है, इसलिए आज कोई भी युवा कांग्रेस के साथ दिखना नहीं चाहता है। कांग्रेस के बड़े नेताओं ने पार्टी को गुजरात की जनता के मुद्दों को कमजोर किया।