इलाइची का इस्तेमाल अक्सर लोग खाना खाने के बाद माउथ फ्रेशनर के रूप में करते हैं. पहले के लोग प्रायः इसका सेवन किया करते थे लेकिन आजकल इसका इस्तेमाल बहुत कम होने लगा है और मुख्यतः यह अब गरम मसालों तक सीमित हो गया. दरअसल, इलाइची बेहद महंगी भी हो गई है.
इसलिए इलाइची का सेवन बहुत कम ही लोग करते हैं. लेकिन इलाइची बेशकीमती गुणों का खजाना है. एक रिसर्च के मुताबिक इलाइची में ब्लड प्रेशर को कम करने की क्षमता है. इसके अलावा इलाइची कैंसर से लड़ने में भी कारगर है.
इलायची के गुणों को परखने के लिए एक अध्ययन किया गया. अध्ययन में ब्लड प्रेशर का इलाज करा रहे लोगों को तीन ग्राम #इलाइची का सेवन करने के लिए कहा गया. जब इन लोगों ने 12 सप्ताह तक इलाइची का सेवन किया, तब इनके ब्लड प्रेशर की माप ली गई. अध्ययन में चौंकाने वाले नतीजे सामने आए.
12 सप्ताह बाद देखा गया कि इन लोगों में ब्लड प्रेशर सामान्य स्तर पर आ गया है. अध्ययन में कहा गया कि इलाइची में हाई एंटीऑक्सीडेंट होने के कारण यह ब्लड प्रेशर को लो रखने में मददगार साबित हुई. एक अन्य अध्ययन के दौरान चूहों पर अध्ययन किया गया. इसमें पाया गया कि इलाइची के पाउडर में खास प्रकार का एंजाइम पाए जाते हैं, जो कैंसर से लड़ने में बहुत कारगर है.
इलायची के पानी का नियमित सेवन करने से डाइजेस्टिव सिस्टम मजबूत होता है. यह डाइजेशन को स्लो कर देती जिसके कारण कब्ज जैसी समस्याओं से छुटकारा मिल जाती है. यही कारण है कि यह वजन को कंट्रोल करने में मददगार है. इलायची शरीर में जमा एक्स्ट्रा फैट को हटाकर वजन को नियंत्रित करने में मदद करती है. इलायची कोलेस्ट्रॉल के स्तर को भी कम करती है.
यह शरीर में खून के थक्के जमने के खतरे को भी कम करती है. इलाइची में एंटी-इंफ्लामेंटरी गुण पाया जाता है. जब भी शरीर में बाहरी आक्रमण होता है, तो शरीर की कोशिकाओं में सूजन होने लगती है. इलाइची में मौजूद #एंटीऑक्सीडेंट कोशिकाओं को क्षतिग्रस्त होने से बचाता है और इनमें सूजन नहीं होने देती.
इलायची में विटामिन, राइबोफ्लेविन, नियासिन, विटामिन-सी , मिनरल, आयरन, मैंगनीज, कैल्शियम, पोटैशियम और मैग्नीशियम जैसे पोषक तत्व पाए जाते हैं. इसके साथ ही इलाइची में कई एंटीऑक्सीडेंट्स पाए जाते हैं और इलाइची डाययूरेटिक होती है. यानी यह पेशाब संबंधी दिक्कतों को ठीक कर देती है.