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उद्धव ठाकरे गुट का बड़ा दावा, कहा लौटना चाहते हैं शिंदे के कई विधायक, जानिए अब क्या होगा…

हाराष्ट्र का राजनीतिक ड्रामा अपने चरम पर है। पहली बार ऐसा हो रहा है, जब भाजपा शिवसेना के अलावा एनसीपी के भी एक धड़े के साथ सत्ता में है। दो विपरीत विचारधारा वाले गुट साथ हैं, जो दशकों तक महाराष्ट्र के राजनीतिक गलियारों में लड़ते रहे हैं।

अब इस विरोधाभासी गठबंधन में दरारें भी दिखने लगी हैं। एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना की अजित पवार गुट से नाराजगी की खबरें हैं। इस बीच उद्धव गुट की ओर से दावा किया जा रहा है कि शिंदे के साथ गए कुछ विधायक पाला बदल सकते हैं। उद्धव गुट के सांसद विनायक राउत का दावा है कि एकनाथ शिंदे के साथ गए कई विधायक माफी मांगकर लौटना चाहते हैं।

राउत ने कहा कि एक मंत्री ने तो यहां तक कहा कि यदि मातोश्री से संकेत मिलता है तो फिर हम निश्चित तौर पर सकारात्मक संकेत देंगे। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र के ज्यादातर हिस्सों से मेसेज आ रहे हैं।

इन विधायकों में इस बात को लेकर चर्चा है कि हम गलत आ गए हैं। बता दें कि अजित पवार की एंट्री से खुद एकनाथ शिंदे भी असहज नजर आ रहे हैं। वह राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के भी एक कार्यक्रम में नहीं गए थे। उन्होंने राष्ट्रपति को रिसीव तो किया था, लेकिन फिर आयोजन में नहीं गए थे। इसे लेकर काफी चर्चाएं थीं। हालांकि उनके गुट के नेता उदय सामंत ने नाराजगी या फिर एकनाथ शिंदे के मंत्री पद से हटने की बात से इनकार किया था।

मुंबई में मीडिया से बात करते हुए विनायक राउत ने कहा कि कई विधायक ऐसे हैं, जो उद्धव ठाकरे के संपर्क में हैं। ये लोग चाहते हैं कि माफी मांगकर वापसी कर ली जाए। उन्होंने कहा कि अजित पवार जिस दिन सरकार में शामिल हुए थे, उसी दिन से ये विधायक बागी तेवर अपनाए हुए हैं।

यहां तक कि एकनाथ शिंदे के लिए भी इन विधायकों को रोकना मुश्किल हो रहा है। राउत ने कहा कि ये विधायक अब कह रहे हैं कि हम जहां पर थे, वहां ठीक ही थे। यहां हम मंत्री पद के लिए आए थे और जिस एनसीपी की शिकायत लेकर आए थे, वह भी आ गई है। इसके अलावा मंत्री पद भी नहीं मिल पा रहा है।

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