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बिहार विधानसभा चुनावों की तारीखों का ऐलान, तीन चरणों में होगा मतदान

मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि कोरोना संकट की वजह से दुनिया के 70 देशों में चुनावों को टाल दिया गया है. कोरोना संकट के बीच बिहार विधानसभा चुनाव और बाकी राज्यों के उपचुनावों को लेकर लगातार मंथन किया गया.

चुनाव आयोग ने तारीखों को ऐलान करते हुये कहा कि बिहार में तीन चरणों में विधानसभा चुनाव के लिए मतदान होंगे. पहले चरण में 71 सीटों पर 31 हजार पोलिंग स्टेशन में, दूसरे चरण में 94 सीटों पर 42 हजार पोलिंग स्टेशन में, तीसरे चरण में 78 सीटों पर 33.5 हजार पोलिंग स्टेशन में मतदान कराया जायेगा.

बिहार में पहले चरण का मतदान 28 अक्टूबर, दूसरे चरण का मतदान 3 नवंबर तथा तीसरे चरण का मतदान 7 नवंबर को कराया जायेगा, वहीं मतगगना और चुनाव परिणाम 10 नवंबर को घोषित किये जायेंगे.

बिहार चुनाव देश के सबसे बड़े राज्यों में है और ये चुनाव कोरोना काल का सबसे बड़ा चुनाव है. चुनाव आयोग ने कहा कि बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर 7 लाख सैनिटाइजर, 46 लाख मास्क का इंतजाम किया गया है. एक पूलिंग बूथ पर एक हजार मतदाता ही वोट डालेंगे.

बिहार में कुल 243 सीटों पर चुनाव होगा, राज्य में 29 नवंबर तक विधानसभा का कार्यकाल है. इस बार पोलिंग स्टेशन की संख्या और मैनपावर को बढ़ाया गया है. बिहार में 2020 के चुनाव में सात करोड़ से अधिक वोटर मतदान करेंगे. इस बार एक बूथ पर सिर्फ एक हजार ही मतदाता होंगे.

इस बार चुनाव में 6 लाख पीपीई किट राज्य चुनाव आयोग को दी जाएंगी, 46 लाख मास्क का इस्तेमाल भी होगा. सात लाख हैंड सैनिटाइजर का इस्तेमाल किया जाएगा, साथ ही 6 लाख फेस शील्ड को उपयोग में लाया जाएगा.

चुनाव आयोग ने कहा कि 18 लाख से अधिक प्रवासी मजदूर हैं, इनमें से 16 लाख वोट डाल सकते हैं. 80 साल की उम्र तक के लोग पोस्टल बैलेट से वोट डाल पाएंगे. मतदान के अंतिम समय में कोरोना पीडि़त अपना वोट डाल सकेंगे, जिनके लिए अलग व्यवस्था होगी.

चुनाव आयोग ने कहा कि इस बार वोट डालने के लिए एक घंटा अधिक वक्त रखा गया है, सुबह सात से शाम 6 बजे तक मतदान होगा, लेकिन नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में ऐसा नहीं होगा.

डोर टू डोर कैंपेन में सिर्फ पांच लोग ही जा सकेंगे. इस बार नामांकन और हलफनामा ऑनलाइन भी भरा जाएगा, डिपोजिट को भी ऑनलाइन सबमिट किया जा सकेगा. नामांकन के वक्त उम्मीदवार के साथ सिर्फ दो लोग मौजूद रहेंगे.

प्रचार के दौरान किसी से हाथ मिलाने की इजाजत नहीं होगी. प्रचार मूल रूप से वर्चुअल ही होगा, लेकिन डीएम छोटी रैली की जगह और वक्त तय करेंगे. हर पोलिंग बूथ पर साबुन, सैनिटाइजर समेत अन्य चीजों की व्यवस्था की जाएगी.

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