नागरिकता संशोधन विधेयक के पास हो जाने के बाद पूरे देश में जगह-जगह इसका विरोध हो रहा है। इस दौरान प्रदर्शन में शामिल उत्पाती तत्वों ने कश्मीर की तर्ज पर पत्थरबाजी शुरू कर दी। यह शरारती तत्व हिंसा पर भी उतर आए।
पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को शांति से विरोध जताने की अपील भी की लेकिन, मामला संभला नहीं। प्रदर्शनकारी उग्र होते गए और पुलिस से हाथापाई और झड़प भी की। पत्थरबाजी और हिंसक प्रदर्शन के दौरान 12 पुलिसकर्मी घायल हो गए। इनमें से दो को गंभीर चोटें आई हैं, जिनका इलाज आईसीयू में चल रहा है।
पुलिस ने 42 प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लिया, जिनको बाद में छोड़ दिया गया। बताया गया कि जामिया से जंतर-मंतर तक मार्च निकाला जाना था, लेकिन पुलिस ने जामिया के पास ही प्रदर्शनकारियों को रोकने का प्रयास किया। इससे वह उग्र हो गए और बैरिकेडिंग तोड़कर आगे बढऩे की कोशिश की। इसके बाद पुलिस ने लाठी चलाई। इसके बाद प्रदर्शनकारी और भी गुस्से में आ गए और पुलिस पर पत्थरबाजी शुरू कर दी जिसमें कई पुलिसकर्मी घायल हो गए।
बता दें कि इस आंदोलन में छात्रों के साथ छात्राएं भी शामिल हैं, बता दें जब नागरिकता कानून के साथ छात्रों का प्रर्दशन उग्र हो गया तब पुलिस ने छात्राओं के ऊपर खूब लाठियां बरसायी हैं। बता दें जामिया प्रशासन का कहना है कि छात्रों के साथ-साथ बाहरी लोग भी प्रर्दशन में शामिल हो गए थे। जिस कारण प्रर्दशन उग्र हो गया है।