उत्तर प्रदेश में 2022 में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर भारतीय जनता पार्टी ने अपनी गोटियां बिछानी शुरू कर दी हैं. भाजपा यहां दोबारा सत्ता पाने की हर कोशिश में लगी है. यूपी प्रधानमंत्री मोदी और अमित शाह की प्रमुखता में है.
इस दौरान राज्य बीजेपी में युवा मोर्चा और महिला मोर्चा के पद भरने पर सहमति हुई. इस दौरान फैसला लिया गया कि आयोग तथा अन्य पद भी भरे जाएंगे. पिछड़ा वर्ग आयोग और एससीएसटी आयोग में नियुक्तियां हो चुकी हैं. जिला पंचायत चुनाव समाप्त होने के बाद संगठन का विस्तार किया जाएगा.
कहा यह भी जा रहा है कि योगी मंत्रिमंडल का विस्तार फिलहाल नहीं किया जाएगा. पीएम के विश्वस्त ए के शर्मा को सरकार या संगठन में पद देने का प्रस्ताव अभी नहीं दिया गया है. वहीं केंद्र में मोदी मंत्रिमंडल विस्तार में यूपी से किसी दलित सांसद को मंत्री बनाने पर सहमति बनी है. यूपी में जाट नेता को महत्वपूर्ण ज़िम्मेदारी देने की चर्चा तेज है.
इसी कारण केंद्रीय नेतृत्व यहां बार-बार दौरा कर सियासी समीकरण बनाने में जुटा हुआ है. भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्री बीएल संतोष करीब 15 दिन पहले ही लखनऊ के दो दिन के प्रवास से गए थे. अब एक बार फिर उनके 21 जून को यूपी आने की संभावना बतायी जा रही है. महीने में उनके दूसरे दौरे को लेकर कई तरह के कयास भी लगाए जा रहे हैं.