लखनऊ। राष्ट्रीय लोकदल के प्रदेश अध्यक्ष रामाशीष राय ने भाजपा की जुमलेबाजी पर तंज कसते हुये कहा है कि प्रदेश के किसानों को सिचाई के लिए मुफ्त बिजली देने का वादा करके फिर मुकर जाना भाजपा की पुरानी आदतों में से एक है। उन्होंने कहा कि चुनाव के समय अपने संकल्प पत्र में भाजपा ने स्पष्ट रूप से कहा था कि किसानों को सिचाई हेतु मुफ्त बिजली दी जायेगी। परन्तु प्रदेश सरकार के ऊर्जा मंत्री द्वारा वायदे से मुकर जाना एक बार फिर सिद्ध करता है कि बीजेपी भारतीय जनता पार्टी नहीं बल्कि भारतीय जुमला पार्टी है।
श्री राय ने कहा कि 2014 से लेकर अब तक के सभी लोकसभा और विधान सभा के आम चुनाव में किसानों के साथ किये गये वादे पूरे नहीं किये गर्ये वर्ष। 2014 में लोकसभा चुनाव के समय किसानों की आय दुगुनी करने का वादा किया गया था तथा गन्ना मूल्य का भुगतान 14 दिन में करने का वादा किया गया था जो दोनो ही वादे अब तक पूरे नहीं किये गये। किसानों को उनकी लागत का भी मूल्य नहीं मिल पा रहा है और गन्ने का दाम आज भी बकाया है।
इसी प्रकार वर्ष 2017 के आम चुनाव में किसानों के सभी ऋण माफ करने का वादा किया गया था परन्तु प्रदेश में सरकार बनने के पश्चात केवल वर्ष 2016 तक के फसली ऋण माफ करने को कहा गया। वास्तविकता यह है कि जब एक फसली ऋण अदा हो जाता है तब दूसरा मिलता है ऐसी स्थिति में लगभग सभी किसान ठगे से रह गये। अनेको किसानों को डेढ़ रूपया और दो रूपये के ऋण माफी के चेक देकर अपमानित किया गया।
रालोद प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि एक वर्ष तक दिल्ली के चारों और लाखों किसान डेरा डाले पडे़ रहे जिसमें जाड़ा, गर्मी बरसात झेलते हुये लगभग 800 किसानों ने अकाल मृत्यु का वरण किया परन्तु केन्द्र सरकार उनकी मांगे मानना तो दूर, उनकी अकाल मृत्यु पर शोक संवेदना तक प्रकट नहीं की। एमएसपी को कानून का रूप देने की मांग आज भी पूरी नहीं हो सकी है यद्यपि किसानों के अनवरत् धरना प्रदर्शन से काले कानून अवश्य वापस हुये जो देश के किसानों की ऐतिहासिक जीत मानी जा सकती है। उन्होंने सरकार से मांग करते हुये कहा कि प्रदेश के किसानों का मानसिक और आर्थिक उत्पीड़न बंद करें और उनकी मांगों और अपने वादों पर संज्ञान ले तथा उन्हें पूरा करे।