लखनऊ। अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी की सचिव, प्रवक्ता तथा राज्य सभा सांसद रंजीत रंजन ने आज प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय नेहरूभवन 10 माल एवेन्यू लखनऊ पर सम्मानित प्रेस प्रतिनिधियों से वार्ता की। प्रेस वार्ता में ‘‘भारत जोड़ो यात्रा’’ तथा ‘‘हाथ से हाथ जोड़ो अभियान’’ की आवश्यकता पर विस्तार पूर्वक अपने विचार रखे। श्रीमती रंजन ने प्रेस वार्ता को सम्बोधित करते हुए कहा कि केंद्र की भाजपा सरकार विश्व के सबसे युवा देश के युवाओं को रोज़गार के पर्याप्त अवसर नहीं दे पाई। देश के प्रत्येक परिवार को महंगाई की आग में झोंक दिया। किसानों को आमदनी दोगुनी करने का कोरा झाँसा दिया गया।
समाज के पिछड़े, दलित, आदिवासी वर्गों को तरक्की का पर्याप्त अवसर नहीं दिया। अवसर बस अपने धन्ना सेठ दोस्तों के लिए सृजित किए गए और इन सब नाकामियों पर पर्दा डालने के लिए भारत को नफ़रत, निराशा और नकारात्मकता के दलदल में धकेल दिया। उन्होंने कहा कि आज भारत को हर स्तर पर तोड़ा जा रहा है और देश के संसाधनों का रुख़ मुट्ठी भर लोगों की ओर मोड़ा जा रहा है। इसलिए राहुल गाँधी कन्याकुमारी से कश्मीर तक भाजपाई सत्ता की नफ़रत, निराशा और नकारात्मकता की जड़ता को तोड़ रहे हैं और भारत को जोड़ रहे हैं।
भारत जोड़ो यात्रा में लाखों-करोड़ों लोग पैदल चल रहे हैं। कन्याकुमारी से शुरू हुई यह पदयात्रा अब जम्मू पहुंच गई है और 3,900 किलोमीटर लम्बी यात्रा का आज 131वां दिन है। अब कांग्रेस पार्टी इस भारत जोड़ो अभियान को और अधिक व्यापकता प्रदान करने के लिए समूचे देश में 26 जनवरी से 26 मार्च तक एक जनसंवाद कार्यक्रम ‘हाथ से हाथ जोड़ो अभियान’ चलाएगी जिसका नेतृत्व ब्लॉक कांग्रेस कमेटियां करेंगी। इस अभियान के तहत भारत के 6 लाख गाँवों, 2.50 लाख ग्राम पंचायतों और 10 लाख मतदान बूथों तक पहुँचकर राहुल गाँधी जी का संदेश और मोदी सरकार की नाकामियों की चार्जशीट हर घर तक पहुँचाई जाएगी।
‘भारत जोड़ो यात्रा’ के खत्म होने से पहले प्रियंका गांधी करेगी ये काम , हर राज्य में…
रंजीत रंजन ने कहा कि मोदी सरकार जब से सत्ता में आई है, महंगाई से देश के नागरिकों की कमर टूटती जा रही है। 2014 में जो गैस का सिलेंडर 410 रु. का था, आज वह 1,050 रु के पार है। पेट्रोल के दाम 70 रु प्रति लीटर से बढ़कर 100 रु प्रति लीटर के पार हो गए हैं जबकि डीज़ल के दाम 55 रु प्रति लीटर से बढ़कर 90 रु प्रति लीटर के क़रीब पहुंच गए हैं। खाने के तेल और दाल की कीमत 70 रु और 60 रु प्रति किलो थी, वह 200 रु प्रति किलो को पार कर गई है। इतना ही नहीं, बीते दिनों जीएसटी की बर्बर मार से दही, पनीर, लस्सी, आटा, सूखा सोयाबीन, मटर व मुरमुरे भी बच नहीं सके, उन पर भी 5 फ़ीसदी जीएसटी लगा दिया गया।
उन्होंने कहा कि होटल के 1,000 रु. के कमरे पर 12 प्रतिशत जीएसटी, अस्पताल के आईसीयू बेड पर 5 प्रतिशत जीएसटी! जीने के लिए सभी आवश्यक चीज़ों पर जीएसटी लगाकर चैन नहीं मिला तो श्मशान घाट के निर्माण पर भी जीएसटी बढ़ा दिया गया है। अंतरराष्ट्रीय बाजार में क्रूड ऑयल की कीमतें लगातार घट रही हैं मगर मोदी सरकार पेट्रोल-डीज़ल की कीमतें कम नहीं कर रही है। बीते 8 सालों में पेट्रोलियम प्रोडक्ट्स पर कर लगाकर 29 लाख करोड़ रुपए जनता की जेब से निकाले गए हैं।
नियम और कानून का पालन ही है सही ढंग से गणतंत्र दिवस मनाना
देश को असमानता और कर्ज़ की आग में झोंका, सिर्फ़ धन्ना सेठों को दिया मौका
राज्य सभा सांसद रंजीत रंजन ने आगे कहा कि हाल ही में आई ‘ऑक्सफ़ैम’ की रिपोर्ट में बताया गया है कि देश के 5 प्रतिशत अमीर लोगों के पास देश की 60 प्रतिशत से ज्यादा संपत्ति है और नीचे के 50 प्रतिशत लोगों के पास देश की मात्र 3 प्रतिशत संपत्ति। विडंबना यह है कि नीचे के इन 50 प्रतिशत लोगों की जीएसटी में हिस्सेदारी 64 प्रतिशत है और ऊपर के 10 प्रतिशत लोगों की जीएसटी में हिस्सेदारी केवल 3 प्रतिशत है जबकि उनके पास देश की 70-80 प्रतिशत संपत्ति है। ‘ऑक्सफ़ैम’ की रिपोर्ट के मुताबिक कोरोना महामारी की विभीषिका में भी देश के 100 बड़े पूंजीपतियों ने 13 लाख करोड़ रुपए कमाए पर 12 करोड़ मेहनतकश लोगों ने अपना रोज़गार खो दिया। मोदी जी के कई मित्रों की आय तो ₹1,000 करोड़ प्रतिदिन बढ़ रही है।
उन्होंने कहा कि महामारी की विभीषिका में 84 करोड़ लोगों की आमदनी घट गई लेकिन सरकार की मेहरबानी धन्नासेठों पर रही। उनका 10 लाख करोड़ रु से अधिक का बैंक कर्ज़ बट्टे खाते में डाल दिया गया। मोदी सरकार की सरपरस्ती में 5,35,000 करोड़ रु के बैंक फ्रॉड हुए और नियोजित रूप से विजय माल्या, नीरव मोदी, मेहुल चोकसी, ऋषि अग्रवाल और संदेसरा बंधु जैसे कई लोगों को देश से भगा दिया गया। आज़ादी के बाद से मई 2014 तक देश पर कुल कर्ज़ 55 लाख करोड़ रुपए था जो मोदी सरकार के बीते आठ साल के कार्यकाल में बढ़कर 155 लाख करोड़ रुपए हो गया है। हाल में आई ‘ग्लोबल हंगर इंडेक्स रिपोर्ट’ ने बताया कि भारत में भुखमरी के हालात ये हैं कि हम पाकिस्तान, नेपाल और बांग्लादेश से पिछड़ गए हैं । 116 देशों की सूची में हमारा देश 101वें पायदान पर लुढ़क गया है।
किसानों की घटती आमदनी का रुख़ मोड़ो
उन्होंने आगे कहा कि अभी हाल ही में NSO की रिपोर्ट में ख़ुलासा हुआ कि देश में किसानों की औसत आमदनी मात्र ₹27 प्रतिदिन रह गई है, जो मनरेगा मज़दूरी से भी कम है। वादे आय दोगुनी करनी के और असलियत में किसान की आय दसियों गुना कम कर दी गई। NSO की रिपोर्ट में यह भी चौंकाने वाला तथ्य सामने आया कि देश के हर किसान पर औसत ₹74,000 कर्ज़ है। एक तरफ़ सरकार किसानों का कर्ज़ माफ़ करने से इंकार करती है, दूसरी तरफ़ पार्लियामेंट्री कमेटी ने यह खुलासा किया है कि 2020-21 में मोदी सरकार ने कॉर्पोरेट टैक्स में कमी करके देश को 1,84,000 करोड़ रु का नुकसान पहुँचाया है। यह परिस्थितियाँ इसलिए निर्मित हुईं क्योंकि मोदी सरकार ने बीते 8 सालों में डीज़ल व खाद के दाम बढ़ाकर और कृषि यंत्रों, खाद व कीटनाशक पर जीएसटी लगाकर खेती की लागत 25,000 रु हेक्टेयर बढ़ा दी।
आत्महत्या के दंश से नाता तोड़ो
उन्होंने कहा कि बीते 8 वर्षों में भारत के नागरिकों के मनोबल को तोड़ा गया है। उन्हें आर्थिक और सामाजिक रूप से प्रताड़ित किया गया है। हाल ही में आई केंद्रीय गृह मंत्रालय की रिपोर्ट के अनुसार 2021 में कुल 1,64,033 लोगों ने आत्महत्याएं कीं, जिनमें सबसे बड़ा हिस्सा रोज़ कमाकर आजीविका चलाने वालों का है, जो 42,004 है। उनके अलावा 23,179 गृहिणियाँ, 13,714 बेरोज़गार, 13,089 छात्र और 10,881 किसान भी आत्महत्या को मजबूर हुए हैं।
चीनी घुसपैठ की बाँह मरोड़ो
राज्यसभा सांसद रंजीत रंजन ने प्रेस वार्ता को सम्बोधित करते हुए आगे कहा कि भारत की अक्षुण्णता और भूभागीय अखंडता को भी तोड़ा जा रहा है। चीन लद्दाख से लेकर अरुणाचल प्रदेश तक भारत की सीमा में न सिर्फ़ 2,000 किलोमीटर घुसा हुआ है, बल्कि स्थाई सैन्य इन्फ्रास्ट्रक्चर के साथ-साथ पूरी रिहाइशी कॉलोनी भी बना रहा है और सत्ताधीश आँख मूंदकर बैठे हुए हैं। इतना ही नहीं, सरहदों के साथ-साथ चीन को व्यापार की हदें भी पार करा दी गई हैं। आज़ाद भारत के इतिहास में सबसे अधिक 100 बिलियन डॉलर का आयात कर भारत के डैडम् सेक्टर को तबाह किया जा रहा है।
साम्प्रदायिक विद्वेष से नाता तोड़ो
उन्होंने कहा कि मोदी सरकार अपनी नाकामियों पर पर्दा डालकर सत्ता हासिल करने के लिए देश को जाति, धर्म, भाषा, प्रांत, पहनावे और खान-पान के आधार पर बांट रही है। हम समूचे देश से आग्रह करते हैं कि अपने गौरवशाली अतीत को स्वर्णिम भविष्य में बदलने के लिए हम सब कदम से कदम मिलाकर भारत को जोड़ने का संकल्प लें और ‘हाथ से हाथ जोड़ो’ अभियान में अपनी सहभागिता सुनिश्चित करें। राज्यसभा सांसद रंजीत रंजन ने कहा कि आज बेरोज़गारी से ज़ार-ज़ार हर युवा का हाथ काम चाहता है,आज मेहनतकश किसान अपने हाथों में फसलों के सही दाम चाहता है, आज हर गृहिणी का हाथ महंगाई से निजात चाहता है। आज भाजपा की सत्ता की भूख ने देश को साम्प्रदायिक उन्माद की आग में झोंक दिया है। देश में निर्मित इस माहौल में आज हर धर्म-सम्प्रदाय एक दूसरे का साथ और हाथ में हाथ चाहता है। देश की इसी दिशा और दशा को बदलने के लिए हम हाथ बढ़ाएंगे, राहुल गांधी का संदेश हर घर तक पहुंचाएंगे। भारत को जोड़ा है, अब हर हाथ से हाथ को जोड़ते जाएंगे। प्रेसवार्ता में उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष पूर्व सांसद बृजलाल खाबरी, प्रशासन प्रभारी दिनेश सिंह, कोषाध्यक्ष शिव पाण्डेय, मीडिया संयोजक अशोक सिंह, प्रदेश प्रवक्ता पंकज तिवारी, प्रियंका गुप्ता, हम्माम वहीद, आदि मौजूद रहे।