प्रयागराज में उमेश पाल हत्याकांड के आरोपियों के घर बुलडोजर चलाने की तैयारी हो गई है। ध्वस्तीकरण के लिए आरोपितों के मकानों को चिह्नित कर लिया गया है। संभव हुआ तो प्रयागराज विकास प्राधिकरण बुधवार से ध्वस्तीकरण शुरू कर सकता है।
ध्वस्तीकरण के लिए करेली में एसडीम चौराहा पर एक मकान चिह्नित किया गया। यहीं से ध्वस्तीकरण शुरू हो सकता है। शहर के और भी इलाके में अवैध निर्माण चिह्नित किए गए हैं। पीडीए प्रशासन ने ध्वस्तीकरण के लिए अधिकारी और इंजीनियरों की जिम्मेदारी भी सौंप दी है। पीडीए ने सोमवार से ही उमेश हत्याकांड के आरोपितों के मकानों को चिह्नित करना शुरू कर दिया था।
मुख्तार अंसारी और उसके परिवार व मददगारों पर कड़ी कार्रवाई करने के बाद अब प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) अतीक अहमद पर शिकंजा कसने वाला है। पुलिस से इतर ईडी का एक्शन होगा।
अतीक के सहयोगी बिल्डर के साथ ही अतीक के घरवालों को हर महीन मोटी रकम पहुंचाने वाले भी ईडी के निशाने पर होंगे। ईडी सूत्रों का कहना है कि इनके खिलाफ ऐसी कार्रवाई करने की तैयारी है, जैसी अभी तक नहीं हुई।प्रवर्तन निदेशालय ने अतीक अहमद के खिलाफ अप्रैल 2021 में मनी लांड्रिंग का केस दर्ज किया था।
डिजिटल दुनिया में पिछड़ती किशोरियां
इससे पहले लखनऊ के महानगर स्थित यूनिवर्सल अपार्टमेंट में एक फ्लैट पर मंगलवार रात को एसटीएफ और प्रयागराज पुलिस ने छापा मारा। 50 से अधिक पुलिसकर्मियों ने इस फ्लैट का कोना-कोना छान मारा। कमरे से कुछ नहीं मिला लेकिन अपार्टमेंट में खड़ी मर्सिडीज और लैंड क्रूसर गाड़ियों को पुलिस ने कब्जे में ले लिया।
दावा किया जा रहा है कि राजू पाल हत्याकाण्ड के मुख्य गवाह उमेश पाल की हत्या करने के बाद दो शूटर इस फ्लैट में रुके रहे थे। एक अधिकारी का कहना है कि साजिश तैयार होने के बाद भी ये दोनों शूटर यहां रुके थे। हत्या के बाद वह अपना कुछ सामान लेने के लिये ही यहां पर आये थे और कुछ समय बिताकर चले गये थे। यह फ्लैट अतीक का है जो कि उसके रिश्तेदार के नाम बताया जा रहा है।