पिंपल्स स्किन की एक बेहद आम समस्या है, लेकिन जब मुंहासे चेहरे पर होते हैं तो यह देखने में काफी भद्दे लगते हैं। इतना ही नहीं, इसके कारण चेहरे की नेचुरल खूबसूरती कहीं छिप जाती हैं। अमूमन लोग इन मुंहासों से निजात पाने के लिए तरह−तरह की क्रीम व उपचार का सहारा लेते हैं लेकिन अगर आप बेहद आसान तरीके से पिंपल्स को अलविदा कहना चाहते हैं तो इन आसान तरीकों को अपना सकते हैं−
टी ट्री ऑयल-
टी ट्री ऑयल सूजन और मुंहासे पैदा करने वाले बैक्टीरिया से लड़ता है और इसलिए पिंपल्स होने पर इसका इस्तेमाल करना बेहद प्रभावी माना गया है। इसके इस्तेमाल के लिए पहले आपको इसे डायलूट करना होगा। इसके लिए आप एक भाग टी ट्री ऑयल और नौ भाग पानी डालकर मिक्स करें। अब आप इस मिश्रण में कॉटन को भिगोएं और फिर उसे पिंपल्स पर अप्लाई करें। आप इस उपाय को दिन में एक या दो बार अपना सकते हैं।
ग्रीन टी-
ग्रीन टी में एंटीऑक्सिडेंट उच्च मात्रा में होते हैं, जो सूजन को कम करने और बैक्टीरिया से लड़ने में मदद करते है। अगर आप इसे त्वचा पर लगाते हैं तो पिंपल्स से काफी हद तक निजात पा सकते हैं। इसके इस्तेमाल के लिए पहले पानी को तीन से चार मिनट तक उबालें और फिर इस पानी में ग्रीन टी डालें और फिर पानी को ठंडा होने दें। अब एक कॉटन को इस पानी में डिप करके अपने चेहरे पर लगाएं या फिर आप इस पानी को छानकर स्प्रे बोतल में भी भर सकते हैं और फिर चेहरे पर स्प्रे करें। इससे आप 10 मिनट या रात भर के लिए छोड़ दें। अगले दिन आप पानी से अपने चेहरे को वॉश करें।
एलोवेरा-
एलोवेरा का इस्तेमाल करने से जलन, घाव व सूजन से राहत मिलती है। इतना ही नहीं, मुंहासे होने पर भी इसका इस्तेमाल करना फायदेमंद साबित होता है। इसके इस्तेमाल के लिए आप एलोवेरा का पत्ता तोड़कर इसका फ्रेश जेल निकालें और उसे अपनी मुंहासों पर अप्लाई करें।
नींबू का रस-
नींबू में विटामिन सी उच्च मात्रा में पाया जाता है और मुंहासों के उपचार के लिए एक प्रभावी उपाय है। इसके इस्तेमाल के लिए आप नींबू को निचोड़कर उसका रस निकालें और फिर कॉटन की मदद से उसे मुंहासों पर अप्लाई करें। आप चाहें तो नींबू के रस में थोड़ा सा दालचीनी पाउडर भी मिक्स कर सकते हैं।
बर्फ-
बर्फ आपकी स्किन और पिंपल्स एरिया पर ब्लड सर्कुलेशन को बेहतर बनाता है। साथ ही चेहरे पर मौजूद ऑयल व गंदगी को भी दूर करता है, जिसके कारण मुंहासों से राहत मिलती है। इसके इस्तेमाल के लिए आप बर्फ को किसी कपड़े में लपेंटे और प्रभावित स्थान पर उसे रब करें। आप दिन में तीन से चार बार इस उपाय को अपना सकते हैं।