कुछ दिन पहले 74 वर्षीय बुजुर्ग भूख कम लगने व लगातार वजन घटने की शिकायत के साथ आया था. मरीज को अक्सर भोजन करने के बाद पेट दर्द की समस्या रहती थी जिसे परिजन व वे खुद भी बढ़ती आयु में पाचनतंत्र संबंधी कठिनाई मान रहे थे. एक दिन जब पेट दर्द असहनीय हो गया तो उन्होंने चिकित्सक से सम्पर्क किया. फिजिकल एग्जामिनेशन के साथ ही सोनोग्राफी और सीटीस्कैन के अतिरिक्त अन्य जांचें की गईं. रिपोर्ट में दिल से जुड़ी महाधमनी (एऑर्टा जो दिल से लेकर पैरों तक होती है) में एन्युरिज्म (किसी हिस्से में उभार या सूजन) पाया गया. उपचार के तहत सर्जरी ही एकमात्र विकल्प था. मरीज के एऑर्टा धमनी में पैरों वाला भाग फूला हुआ था. ऐसे में वाय आकार का स्टेंट लगाया गया. अब मरीज एकदम स्वस्थ है. ठीक उपचार होने के बाद समस्या के दोबारा होने की संभावना कम हो जाती है.
प्रॉब्लम एनालिसिस
तीन प्रमुख कारण
महाधमनी एऑर्टा में मुख्य रूप से तीन तरह की समस्याएं पाई जाती हैं. इसमें सूजन होने के अतिरिक्त किसी प्रकार का थक्का बनना या फिर इसका आकार चौड़ा होना. सामान्यत: इसकी चौड़ाई साढ़े तीन सेंटीमीटर की होती है लेकिन तीन अहम कारण ब्लड प्रेशर, धूम्रपान व अधिक आयु से यदि इसकी चौड़ाई 4.5 सेंटीमीटर से ज्यादा हो जाए तो डॉक्टरी सलाह महत्वपूर्ण है. पेट, कमर व पैर में दर्द बने रहना प्रमुख लक्षण हैं.
लक्षण पहचानें
60-65 साल की आयु के बाद एन्युरिज्म की संभावना बढ़ जाती है. पेट या आसपास दर्द होता है. लंबे समय तक यदि दर्द बना रहे तो इसे नजरअंदाज न करें.
सतर्क रहें
हृदय से जुड़ी धमनी होने के कारण यह दिल को तब ज्यादा नुकसान पहुंचाती है जब आदमी खानपान में फैटी चीजें ज्यादा लेता है. अधिक वजन भी कई बार इस समस्या की वजह बन सकता है. रोग की फैमिली हिस्ट्री है तो डॉक्टरी सलाह से खानपान में पौष्टिक चीजें लें व तनाव से बचें.
एक्सपर्ट : डाक्टर हेमंत मदान, सीनियर कार्डियोलॉजिस्ट, नारायणा हॉस्पिटल, जयपुर