भारत से 150 टन खराब होने वाली खाद्य सामग्री (फल, सब्जियां) लेकर पहला मालवाहक जहाज मालदीव पहुंचा है। इससे मालदीव को आयात की कीमतों को स्थिर करने में काफी मदद मिलेगी। यह जहाज तमिलनाडु के तूतीकोरिन बंदरगाह से रवाना हुआ और मालदीव के दक्षिणी एटोल स्थित हितधू बंदरगाह पहुंचा।
ताजे फल और सब्जियां लेकर मालदीव पहुंचा जहाज
जहाज में ताजे फल, सब्जियां, प्याज, लहसुन और अंडे रखे गए थे। भारतीय मालवाहक जहाज के मालदीव पहुंचने से एक खास बात का भी संकेत मिला है। ऐसा लग रहा है कि मालदीव पोर्ट्स लिमिटेड (एमपीएल) ने भारत से द्वीप राष्ट्र के बीच आयात निर्यात के लिए अपना समुद्री मार्ग खोल दिया है। भारत के तूतीकोरिन बंदरगाह से मालदीव के हितधू बंदरगाह तक आयात-निर्यात के लिए इस समुद्री मार्ग का इस्तेमाल किया जाएगा।
वर्षों पहले लकड़ी के जहाजों से होता था व्यापार
कई वर्षों पहले लकड़ी के जहाजों में तूतीकोरिन से हितदू बंदरगाह तक खाद्य वस्तुओं को लाया जाता था। उस दौरान पूरे वर्ष में एक तय समय में खाद्य वस्तुओं का आयात-निर्यात किया जाता था। अब मजबूत जहाजों की मदद से इस समुद्री व्यापार को अंजाम दिया जा रहा है। इस सेवा का संचालन केरल स्थित फिनेस ग्रुप द्वारा किया जाएगा। फिनेस ग्रुप, मालदीव को फल और सब्जियों की आपूर्ति करता है।
अधिकारियों ने बताया बेहतरीन पहल
मालदीव की एक मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, ‘हितधू बंदरगाह में भारतीय कंपनियों द्वारा ताजे फल, सब्जियां, प्याज, लहसुन और अंडे पहुंचाए गए हैं। यह मालदीव की मदद के लिए एक सराहनीय पहल है।’ मालदीव के एक अधिकारी ने कहा कि अद्दु शहर के लिए के व्यापारिक परिदृश्य को बदलने के लिए यह बेहतरीन पहल है। इससे मालदीव में में वस्तुओं, विशेष रूप से फल-सब्जियों के आयात में मदद मिलेगी। इसके अलावा इससे महंगाई में भी काफी कमी आएगी।