पटना। बिहार के औरंगाबाद जिले में district magistrate के घर करोड़ों का घोटाला करने के मामले में सीबीआई ने छापेमारी की। औरंगाबाद जिले के जिलाधिकारी कंवल तनुज के पांच ठिकानों पर छापेमारी की है। सूत्रों के अनुसार यह छापेमारी सीबीआई के एसपी राजीव रंजन के नेतृत्व में 20 लोगों की टीम 2 करोड़ 10 लाख की गड़बड़ी से जुड़े मामले की जांच के लिए कार्रवाई की है।
जमीन अधिग्रहण को लेकर district magistrate ने किया घोटाला
सूत्रों के अनुसार, बिहार के औरंगाबाद के नवीनगर में रेल और एनटीपीसी के संयुक्त उपक्रम से 1000 मेगावाट का बिजली घर बन रहा है। इसके लिए जमीन अधिग्रहण हुआ था। अधिग्रहित जमीन में से 7 एकड़ 45 डिसिमल जमीन को वर्ष 2015 में पहले मालिक गरमजरूआ घोषित किया गया। दो साल बाद वर्ष 2017 की रिपोर्ट जब डीएम ने मांगी तो सीओ ने बताया कि ये मालिक गरमजरूआ नहीं है, बल्कि गोपाल प्रसाद सिंह की रैयती जमीन है। इसके एवज में गोपाल प्रसाद सिंह को ही 2 करोड़ 10 लाख का भुगतान किया गया। यह पैसा उनके खाते में गया है।
- चर्चा है कि यह जमीन गोपाल प्रसाद सिंह की नहीं है।
- इसकी शिकायत सीबीआइ में की गई।
- इसी बाबत छापेमारी हो रही है।
सीबीआई ने की छापेमारी
सीबीआइ ने मामला दर्ज करते हुए छापेमारी की है। सिर्फ औरंगाबाद में पांच जगहों पर छापेमारी चल रही है। डीएम आवास, डीएम कार्यालय, जिला भू अर्जन कार्यालय, बीआरबीसी कंपनी के सीईओ के आवास तथा कार्यालय और अंचल अधिकारी के कार्यालय पर छापेमारी हो रही है। सुबह 9 बजे डीएम आवास में शुरू हुई छापेमारी जारी है। औरंगाबाद, लखनऊ और नोएडा सहित छह ठिकानों पर सीबीआइ ने एक साथ दबिश दी है।
- सीबीआइ एससपी राजीव रंजन है।
- 20 लोगों की टीम है।
- सीबीआई के रेड को लेकर प्रशासनिक हलकों में हड़कंप मचा हुआ है।।
- पटना के हायर अथॉरिटी भी वेट एंड वाच की स्थिति में है।
यूपी में भी अफसरों ने किसानों के साथ की लूट, अभी तक जारी
सूत्रों के अनुसार जमीन घपले के मामले यूपी में राजधानी से सटे बाराबंकी में भी हुए हैं।
- जिसमें कई जगहों पर करोड़ों की जमीन को उच्चाधिकारियों की मिलीभगत से हेरा फेरी की गई।
- कई जगहों किसानों की जमीन को अपने और अपने चहेतों के नाम करने के मामले हैं।