डेयरी मिल्क चॉकलेट आपने जरूर खाया होगा. सीबीआई ने इस चॉकलेट को बनाने वाली कंपनी कैडबरी के खिलाफ 240 करोड़ का फ्रॉड का मामला दर्ज किया है. कैडबरी इंडिया प्राइवेट लिमिटेड 2010 से पूरी तरह से अमेरिकी स्नैक्स कंपनी मॉन्डलीज की है. सीबीआई के मुताबिक, कैडबरी ने करप्शन किया है. कंपनी ने क्षेत्र आधारित (Baddi, Himachal Pradesh) मिलने वाली टैक्स में छूट के नियमों का गलत तरीके से पालन किया और टैक्स में चोरी की है.
न्यूज एजेंसी आईएएनएस के मुताबिक, सीबीआई ने सोलन, बद्दी, पिंजोर और मुंबई के दस ठिकानों पर छापेमारी की कार्रवाई को अंजाम दिया है. कंपनी ने सेंट्रल एक्साइज के अधिकारियों के साथ मिलीभगत कर सरकार को टैक्स के रूप में 241 करोड़ का चूना लगाया. अनियमितता का यह मामला 2009-2011 के बीच का बताया जा रहा है. शुरुआती जांच के बाद सीबीआई ने FIR दर्ज कर लिया है. अपनी एफआईआर में सीबीआई ने कंपनी पर कई तरह के आरोप लगाए हैं.
12 लोगों को गिरफ्तार किया गया है
इस मामले में सीबीआई ने 12 लोगों को गिरफ्तार भी किया है. इनमें सेंट्रल एक्साइज डिपार्टमेंट के 2 अधिकारी भी शामिल हैं. उनके अलावा कैडबरी इंडिया के वाइस प्रेसिडेंट विक्रम अरोड़ा और डायरेक्टर राजेश गर्ग और Jailboy Phillips को गिरफ्तार किया है.
कंपनी जानबूझकर अंजान बनी रही
सीबीआई के मुताबिक कंपनी ने उत्पाद शुल्क विभाग के अधिकारियों को रिश्वत दी, नियम-कानून के साथ खिलवाड़ किया और एरिया आधारित टैक्स में मिलने वाली छूट के नियमों का गलत तरीके से फायदा उठाया. कंपनी इस बात को भलीभांति जानती थी कि हिमाचल प्रदेश के बद्दी में वह जो टैक्स बेनिफिट उठा रही है, वह उसकी हकदार नहीं है.