सीएए-एनआरसी विरोध प्रदर्शन के दौरान पूर्वोत्तर भारत से अलग करने की बात कहने वाले शरजील इमाम के खिलाफ चार्जशीट दायर हुई है. दिल्ली पुलिस ने राजधानी की साकेत कोर्ट में शरजील के खिलाफ चार्जशीट दायर किया गया है.
भड़काऊ भाषण देने का मामला
शरजील इमाम पर देशद्रोही भाषण देने और हिंसा भड़काने का आरोप है. जामिया मिल्लिया इस्लामिया और अलीगढ़ में कथित तौर पर भड़काऊ भाषण देने के मामले में दिल्ली पुलिस ने शरजील को 28 जनवरी को बिहार के जहानाबाद से गिरफ्तार किया था.
Sharjeel Imam was arrested for instigating & abetting Jamia riots by his seditious speech, delivered on 13th December 2019. On the basis of evidence, sections 124A and 153A of the IPC (sedition and promoting enmity between classes) were invoked in the case: Delhi Police https://t.co/bhOW1fQkcV
— ANI (@ANI) April 18, 2020
शरजील का एक कथित भड़काऊ भाषण का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था. यह भाषण को 13 दिसंबर को दिया गया था. जांच के दौरान सबूतों के आधार पर शरजील के खिलाफ आईपीसी की धारा 124 ए और 153 ए (देशद्रोह और दो वर्गों के बीच भेदभाव) के तहत केस दर्ज किया गया था.
शरजील के जिस भाषण पर विवाद हुआ, उसमें वो कथित तौर पर असम को भारत से जोड़ने वाले भूभाग जिसे चिकेन नेक कहा जाता है, को काटने की बात कहता दिख रहा है. इस भाषण में शरजील इमाम कह रहा है कि अगर हमारे पास संगठित लोग हों तो हम असम को हिंदुस्तान से अलग कर सकते हैं.
मालूम हो कि शरजील इमाम बिहार के जहानाबाद का रहने वाला है. वह जवाहर लाल नेहरू यूनिवर्सिटी (जेएनयू) के सेंटर फॉर हिस्टोरिकल स्टडीज का छात्र है. शरजील की फेसबुक प्रोफाइल में लिखा है कि वो आईआईटी बॉम्बे से कंप्यूटर साइंस में पोस्ट ग्रैजुएशन कर चुका है.