लखनऊ। जनता दल (यू) के प्रदेश कार्यालय में देश के किसान नेता एवं पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह के जन्म दिन को किसान दिवस के रूप में धूम धाम से मनाया गया। सभी पदाधिकारियों एवं कार्यकर्ताओं ने पूर्व प्रधानमंत्री के चित्र पर माल्यार्पण किया। कार्यक्रम कि अध्यक्षता डॉ. जितेन्द्र सिंह ने किया। प्रदेश महासचिव एवं प्रवक्ता प्रो.केके त्रिपाठी पदाधिकारियों एवं कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए, कहा कि चौधरी चरण सिंह का जीवन खुली किताब रहा। उन्होंने हमेशा किसानों, मजदूरों कि लड़ाई सड़क से लेकर संसद में लड़ी है। उनका मानना है कि भारत कि खुशहाली का रास्ता गांवों और खेतों से होकर गुजरता है लेकिन प्रदेश से लेकर देश कि सरकारों ने किसानों, मजदूरों के साथ धोखा किया।
आज किसान बदहाली का जीवन जी रहा है खेती घाटे का सौदा हो चुकी है। किसान आत्महत्या कर रहे है। खेती गांवों से किसानों का पलायन बढ़ता जा रहा है। गांव व शहर के बीच बढ़ती आर्थिक सामाजिक विसमताएं आज भी उनकी राजनैतिक विचारों की प्रासंगिकता को जीवन्त बनाये हुए है। उन्होंने आगे बताया कि आज हम चौधरी साहब कि 118 वीं जयंती पर स्मरण कर रहे हैं। उन्होंने जिन सवालों को आवाज दी वह आज भी सामाजिक, राजनैतिक, आर्थिक, क्षेत्र में मुखर है। किसानों, पिछड़ों, दलितों, अल्पसंख्यकों, मजदूरों कि दशा व दिशा बेहतर बनाने के लिए पूरा जीवन संघर्ष में बिताया।
जनता दल (यू) के सभी पदाधिकारियों कार्यकर्ताओं को आज संकल्प लेना होगा कि राजनीति में चौधरी साहब के विचारों, सिद्धांतों कि प्रासंगिकता आज भी है और कल भी रहेगी। उनकों भारतीय राजनीति में किसानों के मसीहा के रूप में याद किया जाएगा। चौधरी साहब राजनीति में शुचिता और इमानदारी के प्रतीक माने जाते थे। उन्होंने सामाजिक-शैक्षणिक तौर पर पिछड़े वर्गों के आरक्षण का मुद्दा सिद्दत के साथ उठाया। काका कालेलकर, वीपी मण्डल कमीशन आयोग का गठन कराकर उनको विशेष अवसर देकर सामाजिक, आर्थिक व राजनैतिक रूप से उठाने का काम किया।
कार्यक्रम को प्रदेश महासचिव शैलेन्द्र वर्मा, हरिशंकर पटेल, प्रदेश सचिव मनोरम मिश्र, लखनऊ जिला अध्यक्ष आकाश कुमार, महानगर अध्यक्ष विकास आनन्द, प्रदेश व्यपार प्रकोष्ठ अध्यक्ष पवन गुप्ता, प्रदेश मीडिया प्रभारी मनीष नन्दन आदि ने संबोधित किया।