उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) की ग्रेटर नोएडा पुलिस (greater Noida Police) ने यहां के यथार्थ अस्पताल के डॉक्टरों और नर्सिंग स्टाफ के खिलाफ लापरवाही से मौत का मामला दर्ज किया है। आरोप है कि अस्पताल में 18 महीने की एक लड़की की प्लास्टिक सर्जरी के बाद मौत हो गई थी। वहीं अस्पताल की ओर से कहा गया है कि बच्चे की मौत कार्डियक अरेस्ट से हुई और मामले की जांच की जा रही है।
ग्रेटर नोएडा निवासी सतेंद्र यादव ने मंगलवार को दी अपनी शिकायत में कहा कि 18 दिसंबर को खेलते उनकी बेटी की नाक में चोट लग गई थी। जिसके बाद वह बेटी को अस्पताल लेकर गए। शिकायत में कहा गया है कि चोट के इलाज के बाद डॉक्टरों ने हमें प्लास्टिक सर्जरी कराने की सलाह दी, क्योंकि चोट से बेटी के चेहरे पर निशान पड़ गया था। इस पर पीड़ित पिता ने अपनी सहमति दी और सर्जरी 19 दिसंबर दोपहर के लिए हुई।
पिता के अनुसार शाम करीब साढ़े चार बजे सर्जरी के बाद बच्ची को बाल चिकित्सा आईसीयू में ले जाया गया। उनका आरोप है कि इसके बाद बेटी अचेत सी हो रही थी। इसके बाद हमने शाम को 4.30 से 8.15 बजे के बीच अस्पताल कर्मचारियों से कहा कि बेटी कोई प्रतिक्रिया नहीं दे रही है। उनका आरोप है कि काफी कहने के बावजूद नर्सिंग स्टाफ ने डॉक्टरों को नहीं बुलाया।
पीड़ित ने अपनी शिकायत में कहा कि रात में हमने देखा, हमारी बेटी के होंठ काले पड़ रहे थे। तब नर्सिंग स्टाफ ने डॉक्टरों को बुलाया। उसे सीपीआर और अन्य चिकित्सा दी गई। इसके बाद रात करीब 9.30 बजे उसे मृत घोषित कर दिया गया। वहीं पुलिस अधिकारियों का कहना है कि बच्ची की पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत का सही कारण नहीं आया है, इसलिए विसरा सुरक्षित किया गया है।
हालांकि बीटा-2 थाने में दर्ज मुकदमे में किसी डॉक्टर या नर्स का नाम नहीं है। आरोपियों पर आईपीसी की धारा 304 ए (लापरवाही के कारण मौत) और 270 (दुर्भावना से कोई ऐसा कार्य करता है, जिससे जीवन के लिए खतरनाक या किसी बीमारी का संक्रमण फैलने की संभावना हो) के तहत मामला दर्ज किया गया है। ग्रेटर नोएडा के डीसीपी अभिषेक वर्मा ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है। हम कर्मचारियों से पूछताछ कर रहे हैं। अभी तक कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है।