वाराणसी के हरिश्चंद्र घाट पर जलती चिताओं के बीच चिता भस्म की होली शायद आपने कहानियों में ही सुना होगा। लेकिन ऐसा हकीकत आपको काशी में देखने को मिल जाएगा।
दरअसल रंगभरी एकादशी के दिन महा शमशान घाट पर भगवान भोलेनाथ माता पार्वती अपने भक्तों के साथ जलती चिताओं के राख और भस्म से होली खेलते हैं।
इससे पहले भगवान शिव अपने साथ चलने वाले नर पिशाच, किन्नर, जीव जंतु जैसे प्रतिरूपों के साथ झांकी में निकलते हैं और लोगों को आशीर्वाद देते हुए महा श्मशान घाट की तरफ जाते हैं। जहां पर जलती चिताओं के बीच खुद भगवान भोलेनाथ अपने भक्तों के साथ होली खेलते हैं।
आज के दिन को लेकर ऐसी मान्यता है कि भगवान भोलेनाथ खुद काशी आते हैं और इस चिता भस्म की होली में शामिल होते हैं।
रिपोर्ट-संजय गुप्ता