गुर्जर समाज राजा मिहिर भोज को अपना पूर्वज मानते हैं और उन्हें सम्मान की दृष्टि से देखते हैं।
नोएडा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को गौतमबुद्ध नगर जिले के दादरी में सम्राट मिहिर भोज की मूर्ति का अनावरण किया। इसके साथ ही सीएम योगी ने राजकीय बालिका इंटर कॉलेज एवं सद्भाव मंडप का भी उद्घाटन किया। सभा को संबोधित करते हुए सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि राजा मिहिर भोज शिव के भक्त थे। उन्होंने कहा कि महान धर्मरक्षक सम्राट मिहिर भोज जी को कोटि-कोटि नमन करते हुए उनकी भव्य प्रतिमा के अनावरण कार्यक्रम में आप सभी का मैं हृदय से स्वागत व अभिनंदन करता हूं।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि नौवीं सदी के महान धर्मरक्षक सम्राट मिहिर भोज की इस प्रतिमा के अनावरण कार्यक्रम में आकर गर्वान्वित हूं। जो सन्तति अपने इतिहास को विस्मृत कर देती है, वह अपने भूगोल को भी नहीं बचा पाती है। ऐसा ही हमारे साथ हुआ है। मुझे ऐसे तमाम महापुरुषों की जानकारी है, जिन्हें विस्मृत किया गया। आप पन्नाधाय को याद कीजिए। उदयपुर के राजकुमार की रक्षा के लिए पन्नाधाय ने अपने पुत्र का बलिदान दे दिया था। उन्होंने महान त्याग की पराकाष्ठा को पार किया। आप लोगों को गर्व करना चाहिए कि आप उस वंश से हैं। इस पर केवल गुर्जरों को नहीं बल्कि पूरे समाज को गर्व करना चाहिए।
बताते चलें कि दादरी में मिहिर भोज के नाम पर बने पीजी कॉलेज में उनकी 12 फीट ऊंची प्रतिमा का अनावरण किया गया। यह प्रतिमा दो साल पहले ही तैयार हो गई थी लेकिन कोरोना के चलते इसका अनावरण नहीं हो पाया था। सम्राट मिहिर भोज की प्रतिमा के अनावरण को उत्तर प्रदेश में 2022 में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले पश्चिम यूपी में बड़ी जातियों में से एक गुर्जरों को साधने के लिए बीजेपी का बड़ा दांव बताया जा रहा है।
सम्राट मिहिर भोज को गुर्जर प्रतिहार वंश का राजा माना जाता है। जिनका साम्राज्य मुल्तान से बंगाल और कश्मीर से उत्तर महाराष्ट्र तक था। गुर्जर समाज राजा मिहिर भोज को अपना पूर्वज मानते हैं और उन्हें सम्मान की दृष्टि से देखते हैं। जहां उनकी प्रतिमा का अनावरण किया गया है उसके आस-पास मिहिर भोज के नाम पर गुर्जर समुदाय ने छह शैक्षिक संस्थान बनाए हैं।