ग्वालियर। अडूपुरा, बिलौआ थानाक्षेत्र में एनजीओ द्वारा संचालित ” स्नेहालय “आश्रय गृह में 18 लड़कियों को नियमित रूप से गर्भ निरोधक इंजेक्शन दिए जाने की बात सामने आई है। इंजेक्शन बकायदा संचालक डॉ. बीके शर्मा के आदेश पर दिए जाते थे।
स्नेहालय : निरोधक इंजेक्शन, सीरिंज भी जब्त
महिला एवं बाल विकास विभाग की टीम ने यहां से गर्भ निरोधक इंजेक्शन, सीरिंज भी जब्त की है। वहीं स्वास्थ्य विभाग की टीम ने 25 लड़कियों की मेडिकल जांच भी की। जिसमे से 2 लड़कियों का मामला संदिग्ध होने के कारण डॉक्टर ने उन्हें अन्य जांचों के लिए मुरार प्रसूति गृह भेजने की अनुशंसा की है।
अनिल शर्मा ने भी पहुंचकर जांच पड़ताल की
‘स्नेहालय”में एक महिला से दुष्कर्म और उसका जबरन गर्भपात करवाने के बाद भ्रूण को जलाने का सनसनी खेज मामला सामने आने से भोपाल तक हड़कंप मच गया। मामले में पुलिस ने संचालक डॉ.बीके शर्मा, पत्नी भावना शर्मा सहित 9 लोगों पर ऍफ़ आई आर दर्ज की है। बाल सहायता प्रकोष्ठ के अशोक कुमार अरोरा, सब इंस्पेक्टर डिंपल मौर्य, सब इंस्पेक्टर अनिल शर्मा ने भी पहुंचकर जांच पड़ताल की। सी0 एम0 एच0 ओ के निर्देश पर पहुंची डॉ. रीना सक्सेना, लैब टैक्नीशियन रंजीत एवं नर्स शशि राजावत ने 25 लड़कियों का मेडिकल परीक्षण किया।
गिरफ्तार मुख्य आरोपित चौकीदार साहब सिंह
महिला एवं बाल विकास विभाग की टीम ने जब बंद कमरों को खुलवाकर तलाशी ली तो तीसरी मंजिल पर बने रसोई घर में गर्भ निरोधक इंजेक्शन रखे मिले,जिन्हे जब्त कर लिया गया है। टीम ने जब ‘स्नेहालय” के कंपाउंडर राधेश्याम से बात की तो उसने बताया कि इंजेक्शन 18 लड़कियों को लगाए जाते हैं। मूक-बधिर महिला से दुष्कर्म के मामले में गिरफ्तार मुख्य आरोपित चौकीदार साहब सिंह ने 19 मई 2018 को पीड़िता को अकेला पाकर दुष्कर्म की बात कबूल कर ली है।
अन्य महिलाओं को भी शिकार बनाया
जब उससे “स्नेहालय” में अन्य लड़कियों और महिलाओं के साथ भी शोषण करने का सवाल किया गया तो उसने सिर झुका लिया था। पुलिस को आशंका है कि चौकीदार साहब सिंह ने अन्य महिलाओं को भी शिकार बनाया होगा। पुलिस ने उसे और केयर-टेकर प्रभादेवी को गिरफ्तार किया था। प्रभादेवी का कहना है कि संचालक साहब जो कहते थे वह उसे करना ही पड़ता था। एक अन्य आरोपित डॉ. पुष्पा मिश्रा अभी फरार हैं।