कोरोना वैक्सीन के नाम पर हो रही धोखाधड़ी का ग्रेटर नोएडा पुलिस ने बुड़ा खुलासा किया है. इस संबंध में 5 लोगों हिरासत में लेने के साथ ही बड़ी मात्रा में दवाइयां भी बरामद की हैं. घटना ग्रेटर नोएडा के दादरी की एक पैथोलॉजी लैब की है.
लैब में कोरोना वैक्सीन का ट्रायल चल रहा था. खास बात यह है कि इसके लिए न तो भारत सरकार से किसी भी तरह की मंजूरी ली गई थी और न ही स्थानीय प्रशासन से. ट्रॉयल के लिए लैब का पता देकर सोशल मीडिया पर प्रचारित किया जा रहा था कि यहां फ्री में वैक्सीन लगाई जा रही है.
पुलिस की पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि एक खास कंपनी कोरोना वायरस वैक्सीन के नाम पर वैक्सीन का ट्रायल कर रही थी. हालांकि इसके लिए भारत सरकार और जिला प्रशासन की मंजूरी नहीं ली गई थी. स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने कहा कि दादरी में अब तक यह आरोपी 18 लोगों को वैक्सीन लगा कर ट्रायल कर चुका है.
नोएडा और गाजियाबाद में भी सैकड़ों लोगों को वैक्सीन लगाने की जानकारी सामने आते ही जिला स्वास्थ्य विभाग और पुलिस अब बड़े स्तर पर मामले की जांच में जुट गई है. इस पूरे नेटवर्क का पता लगाने के लिए लगातार छापेमारी की जा रही है.