नगर निगम ने बिना कोई जानकारी किये हीरो ब्रास बैंड की गाड़ी को हटाने के लिए अतिक्रमण हटाने की टीम भेज कर हटवा दिया। नगर निगम को पुलिस बल लेकर अतिक्रमण हटाना चाहिए था।
- Published by- @MrAnshulGaurav
- Monday, May 16, 2022
लखनऊ। भूतनाथ इंदिरानगर में, शुक्रवार, 13 मई को हुई मारपीट की घटना की भाजपा पार्षद दिलीप श्रीवास्तव ने कड़े शब्दों में निंदा की है। सोमवार को जारी एक बयान में, उन्होंने इस प्रकार की घटना की पुनरावृत्ति न हो, इसके लिए वार्ड स्तर पर वेंडिंग कमेटी बनाने की मांग की है।
पार्षद ने अपने बयान में इस घटना के लिए जोनल अधिकारी, जोन 7 के तुगलकी फरमान को भी जिम्मेदार बताया। उन्होंने कहा कि भूतनाथ गांधी मार्केट में शादी ब्याह के लिए बैंड बाजे की दुकानें हैं, जो अपनी ब्रास बैंड की गाड़ियां रोड पर खड़ी करते थे। उससे आवागमन बाधित होता था। पूर्व नगर आयुक्त के समय यह निर्णय हुआ था कि ये गाड़ी पार्किंग में खड़ी करेंगे, जिसके लिए नगर निगम को शुल्क देंगे। बावजूद इसके, नगर निगम ने बिना कोई जानकारी किये हीरो ब्रास बैंड की गाड़ी को हटाने के लिए अतिक्रमण हटाने की टीम भेज कर हटवा दिया।
यही नहीं, जिस अमुक व्यक्ति ने पार्किंग में अपना सामान फैलाया था, अतिक्रमण किया था उसे बिना समय दिए ही उसका सामान बुलडोजर से तोड़ दिया। पर, यह कार्यवाही पुलिस बल व नगर निगम के अतिक्रमण हटाओ दस्ते के बिना की गई। जबकि, भूतनाथ पुलिस चौकी चंद कदमों की दूरी पर थी और निकट ही थाना गाजीपुर था। नगर निगम को पुलिस बल लेकर अतिक्रमण हटाना चाहिए था। बिना पुलिस लिए खुद कानून को हाथ मे लेने वाले नगर निगम के जोन 7 के अधिकारी गरीबों पर बुलडोज़र चला रहे हैं।
इतना ही नहीं, अतिक्रमण हटाने का अभियान 23 मई को था, पर 13 मई को हटाने पहुंच गए। पार्शद ने कहा कि कहा है कि अकर्मण्य, अनुभवहीन, सबसे अभद्रता से वार्ता करने वाली जोनल अधिकारी प्रज्ञा सिंह क्या कानून से ऊपर हैं। ये वेंडिंग जोन को मानती नहीं हैंं। दिनांक 4 फरवरी, 2016 को पत्रांक 125/Amc7/16 तत्कालीन उपनगर आयुक्त ने वेंडिंग जोन की सूची पत्र द्वारा थानाध्यक्ष गाजीपुर को भेजी थी, लेकिन इस सूची को ज़ोनल अधिकारी प्रज्ञा सिंह मानती नहीं हैं।
पार्षद दिलीप श्रीवास्तव ने सूचना के अधिकार से जब इस संदर्भ में सूचना मांगी तो सूचना नहीं भेजी गई। सूचना आयोग में इस संदर्भ में अपील दाखिल है, जिस पर सुनवाई होनी है। दिसंबर माह 2021 में भी जब ये वेंडिंग जोन से दुकान हटवा रही थीं, तब इनके खिलाफ पटरी दुकानदारों ने धरना प्रदर्शन किया था। उसी से नाराज़ होकर जोनल अधिकारी के तुगलकी फरमान व जबरदस्ती नगर निगम कर्मचारियों को बिना पुलिस बल लिए भेज दिया।
नगर निगम जोन 7 के जोनल अधिकारी की कार्यशैली के संदर्भ में सभी पार्षदों ने महापौर संयुक्ता भाटिया से शिकायत भी की थी। जोन 7 के अतिक्रमण टीम जिसमें कर अधीक्षक भी शामिल हैंं, खुलेआम भूमिगत पार्किग में, भूतनाथ पुलिस चौकी के पीछे, पॉलीटेक्निक के पास शराब पीते हैं। इनके साथ 296 की टीम के सदस्य भी रहते हैं। भ्रष्ट तंत्र के इन लोगों पर कार्यवाही कब होगी?
अभी हाल में माता कामाख्या देवी का दो दिवसीय भंडारा हुआ था। उसके कार्ड में अंकित नामों के आधार पर निर्दोषों पर पुलिसिया कार्यवाही की जा रही है। जो दोषी हो उन पर कार्यवाही हो, पार्षद ने पुलिस से निष्पक्ष जांच करने की भी मांग की। पोस्टल बैलेट पर सरकारी कर्मचारियों ने भाजपा को वोट नहीं दिया। वे ही अब अतिक्रमण के नाम पर अराजकता फैला रहे हैं। गरीबों का उत्पीड़न हो रहा है। मुकदमे हो रहे हैं। क्रिमिनल लॉ अमेंडमेन्ट एक्ट लगाने का औचित्य क्या है? न ही पुलिस को साथ मे लिया, न ही इत्तिला किया, न ही नगर निगम की फ़ोर्स ली। थाना गाजीपुर के अंदर ही पुलिस को गाली देने वाले, मुख्यमंत्री आदित्यनाथ को गाली देने वाले दबंगो पर कार्यवाही कब होगी? उन्होंने महापौर से भूतनाथ से निर्धारित वेंडिंग जोन से गरीब पटरी दुकानदारों को न हटाने की मांग की।