
लखनऊ। भाजपा प्रवक्ता व पार्षद दिलीप श्रीवास्तव ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर एसडीएम सदर, एसीपी गाज़ीपुर, थानाध्यक्ष गाज़ीपुर के खिलाफ दंडात्मक कार्यवाही की मांग की है। इसके साथ ही पार्षद ने एसडीएम सदर द्वारा पद पर रहते हुवे अवैध व अनैतिक रूप से अर्जित की गयी सम्पति की जांच करने की मांग की गई।
पार्षद दिलीप श्रीवास्तव ने पत्र में कहा कि ‘ॐ शिव शक्ति पीठ शनि देव मंदिर’ ए ब्लॉक इन्दिरा नगर ना तो विवादित कुर्क संपत्ति है। यहाँ पर बरसो से पूजा पाठ व अन्य धार्मिक अनुष्ठान होते आये है। 22 मई को पुलिस द्वारा प्रेषित रिपोर्ट में मंदिर का स्पष्ट वर्णन है। बावजूद इसके एसडीएम सदर कुछ भी मानने को तैयार नहीं हैं।
उन्होंने कहा, थानाध्यक्ष गाजीपुर, एसीपी गाज़ीपुर ने मेरे साथ दिनांक 1 जून को अभद्रता की, जान से मरवाने की धमकी दी, फर्जी मुकदमे में फसाने की धमकी दी।पार्षद ने पत्र में लिखा है कि यदि मेरे साथ कोई अप्रिय घटना घटती है तो उसकी समस्त जिम्मेदारी एसडीएम सदर, एसीपी गाजीपुर, थानाध्यक्ष गाजीपुर व समस्त जिला प्रशासन की होगी। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन व पुलिस की कार्यशैली से वहां पर तनाव की स्थिति बन गई है, जो कि गैर जिम्मेदाराना है। अधिकारियों की मंशा दंगा कराकर सरकार को बदनाम करने की है।
पत्र के माध्यम से मुख्यमंत्री से मांग की है कि थाना गाज़ीपुर द्वारा उनके ऊपर लगाए गए फर्जी मुकदमे को समाप्त करते हुए हनुमान जी की मूर्ति मंदिर पर पुनः स्थापित कर दिया जाए। पत्र में गैर जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ दंडात्मक कार्यवाही करने का आदेश देने का आग्रह भी किया है। पत्र की प्रति प्रधानमंत्री, रक्षामंत्री, उपमुख्यमंत्री, प्रदेश अध्यक्ष भाजपा, प्रदेश महामंत्री संगठन, प्रमुख सचिव गृह, जिलाधिकारी, डीजीपी उत्तर प्रदेश व पुलिस कमिश्नर को भी भेजी गई है।