मुंबई में एक युवक की हत्या के आरोप में चार पुलिस कांस्टेबलों को बुधवार को गिरफ्तार किया गया. उन्होंने 29 मार्च को लॉकडाउन के नियम तोड़ने पर एक 22 वर्षीय युवक की बेरहमी से पिटाई की थी, जिसके चलते उसकी मौत हो गयी. घटना के वक़्त जुहू पुलिस स्टेशन में तैनात कांस्टेबलों ने शुरुआत में इसे मॉब लिंचिंग का मामला बताने की कोशिश की थी. हालांकि बॉम्बे हाईकोर्ट के हस्तक्षेप के बाद , मुंबई पुलिस ने युवक की मौत की जांच का आदेश दिया था.
विशेष जांच दल ने चारों कांस्टेबलों- संतोष देसाई, दिगंबर चौहान, अंकुश पालवे और आनंद गायकवाड़ को बुधवार को गिरफ्तार किया. उन्हें गुरुवार को अदालत में पेश किया गया और 15 सितंबर तक पुलिस हिरासत में भेज दिया गया.
राजू वेलु के भाई मणिकम ने कहा, “अपने भाई को खोने के बाद से, मेरा न्यायपालिका और मुंबई पुलिस पर से भरोसा उठ गया था. कल रात जब मुझे सूचित किया गया कि उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया है, तो हमें राहत मिली. मेरे परिवार को पांच महीने बाद न्याय मिला है.