प्रयागराज शूटआउट में उमेश पाल और दो गनरों की हत्या के बाद से यूपी पुलिस ऐक्शन में है। सोमवार को पुलिस ने इस कांड से जुड़ा दूसरा एनकाउंटर किया। इसमें उमेश पाल पर पहली गोली चलाने वाले विजय चौधरी उर्फ उस्मान (Vijay Chowdhary aka Usman) को मार गिराया गया।
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हत्याकांड में शामिल रहे अतीक के तीसरे बेटे असद और अन्य शूटरों की तलाश में पुलिस ताबड़तोड़ छापेमारी कर रही है़। बता दें कि इस कांड के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विधानसभा में सख्त संदेश देते हुए कहा था कि माफिया को मिट्टी में मिला दिया जाएगा।
इसके बाद से ही प्रयागराज शूटआउट के आरोपियों पर ऐक्शन लगातार जारी है। 27 फरवरी को पुलिस ने अरबाज को मुठभेड़ में मार गिराया था। सोमवार सुबह पुलिस ने दूसरे एनकाउंटर में विजय चौधरी उर्फ उस्मान को मार गिराया। विजय पर 50 हजार रुपए का इनाम घोषित था। जबकि इस हत्याकांड में शामिल रहे अतीक के बेटे असद सहित पांच हमलावरों पर ढाई-ढाई लाख रुपए का इनाम घोषित किया जा चुका है। इस दौरान अतीक के मददगार, शूटरों के पनाहगार, फाइनेंसर के मकानों को बुलडोजर से जमींदोज करने का सिलसिला भी जारी है।
उधर, उमेश पाल के परिवार ने इस मामले में शामिल सभी अपराधियों को जल्द से जल्द उनके अंजाम तक पहुंचाने की मांग की है। उमेश पाल के परिवारीजनों से मुलाकात के दौरान फूलपुर से सांसद केशरी देवी पटेल ने दावा किया इस कांड को अंजाम देने वाले अपराधियों की उल्टी गिनती शुरू हो गई है। वे किसी कीमत पर बच नहीं पाएंगे। पूर्व मंत्री और शहर पश्चिमी से भाजपा विधायक सिद्धार्थ नाथ सिंह ने भी उमेश के परिजनों से मुलाकात की थी।
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उमेश की मां ने कहा है कि वह तेरहवीं के बाद सीएम योगी आदित्यनाथ से मिलना चाहती हैं। शूटरों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस पर जबरदस्त दबाव है। सोमवार को विजय चौधरी उर्फ उस्मान के एनकाउंटर के बाद एडीजी प्रशांत कुमार ने एक निजी चैनल से बात करते हुए कहा कि जल्द ही सारे अपराधी गिरफ्तार कर लिए जाएंगे। उन्होंने कहा कि पुलिस लगातार अपने काम में लगी है।
दरअसल, उमेश पाल की हत्या के 10 दिन बाद भी मुख्य शूटरों की गिरफ्तारी न होने से पुलिस विभाग की किरकिरी हो रही थी। सोमवार को एनकाउंटर के बाद यूपी पुलिस ने एक बार फिर संदेश देने की कोशिश की है कि प्रयागराज शूटआउट का कोई भी अपराधी बचने नहीं पाएगा।
अपराधियों से ही अपराधियों के बारे में पता लगाने का काम भी शुरू हो गया है। उमेश पाल की हत्या करके फरार हुए शूटरों के बारे में जानकारी लेने के लिए अब पुलिस टीम डी गैंग से जुड़े शूटरों से मदद ले रही है। प्रयागराज से जुड़े छोटा राजन के कई शूटरों का यहां पर आतंक रहा है। कुछ जमानत पर रिहा हैं, जबकि कुछ जेल में बंद हैं। जरायम की दुनिया में सक्रिय रहे अपराधियों से इनपुट मांगा गया है। हालांकि पुलिस का कोई अधिकारी कुछ बोलने को तैयार नहीं है।
पुलिस रिकॉर्ड के मुताबिक प्रयागराज की जेल में रहते हुए ही मुंबई के भिवंडी इलाके के केबल कारोबारी संतोष शेट्टी पर फायरिंग करा कर 25 लाख रुपये की रंगदारी मांगने की साजिश रची थी। एसटीएफ ने आजाद उर्फ नाना के तीन साथियों सलीम और शेखू, इंद्रेश और रमेश बिंद को मुंबई से चोरी की गई बोलेरो के साथ गिरफ्तार भी किया था। खान मुबारक, राजेश यादव और बच्चा पासी के साथ ही कई लोग 2006 में हुए मुंबई के चर्चित काला घोड़ा शूटआउट में भी शामिल थे। अब उमेश पाल की हत्या के बाद इन कुख्यात शूटरों से संपर्क करके पुलिस इनपुट मांग रही है। इनके करीबियों से भी पूछताछ की गई है।
उमेश पाल की हत्या के 10 दिन बाद भी मुख्य शूटरों की गिरफ्तारी न होने से पुलिस विभाग की किरकिरी हो रही है। पुलिस अब अतीक के बेटे समेत अन्य शूटरों के बारे में जानकारी लेने के लिए अंडरवर्ल्ड से जुड़े डी गैंग पर काम कर रही है।
छोटा राजन गिरोह से जुड़े कई अपराधी यूपी में चिह्नित हैं। इनमें कई प्रयागराज के रहने वाले और कुछ का प्रयागराज से कनेक्शन रहा है। 2006 में हुए मुंबई के चर्चित काला घोड़ा शूटआउट में प्रयागराज के शूटरों का नाम सामने आया था। इनमें अंबेडकर नगर के रहने वाले खान मुबारक, जेल में बंद जफर सुपारी, प्रयागराज के राजेश यादव और बच्चा पासी के साथ ही सुल्तानपुर जिले के आजाद अंसारी उर्फ नाना एक समय कुख्यात थे।