नए साल पर मां वैष्णो देवी के दर पर हाजिरी लगाने के लिए श्रद्धालुओं का हुजूम उमड़ेगा। 50 हजार से अधिक श्रद्धालुओं के पहुंचने की उम्मीद है। इसके लिए सभी तैयारियां अंतिम चरण में हैं। श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड सहित जिला पुलिस ने सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम कर रखे हैं। कटड़ा से भवन तक ड्रोन से निगरानी की जा रही है। श्रद्धालुओं की एडवांस बुकिंग के चलते अधिकांश होटल फुल हो चुके हैं। धर्मनगरी के अलावा पर्यटन स्थलों पर भी यात्रियों और पर्यटकों को ठहराने के लिए विशेष इंतजाम किए गए हैं।
पटनीटॉप, नत्थाटॉप, पहलगाम, गुलमर्ग, सोनमर्ग सहित अन्य पर्यटन स्थलों पर सैलानियों का जमावड़ा लग चुका है। पटनीटॉप के मुख्य मैदान पर 31 दिसंबर को विंटर बोनांजा का आयोजन होगा। इसमें पंजाबी गायक संग्राम हांजरा और नूरां बहनें प्रस्तुतियां देंगी। पर्यटकों के मनोरंजन के लिए स्नो मैन मेकिंग सहित कई प्रतियोगिताएं होंगीं। भद्रवाह में भद्रवाह उत्सव होगा। इसमें सेलिब्रिटी काका प्रस्तुती देंगे।
सोनमर्ग में पहली बार नए साल का जश्न
पर्यटन विभाग सोनमर्ग में पहली बार नए साल का जश्न होगा। गुलमर्ग में आभा हंजूरा का कार्यक्रम है। इसके अलावा आदिल गुरेजी, इश्फाक कावा समेत कई बैंड प्रस्तुतियां देंगे। होटल इंडस्ट्री से जुड़े गुलाम मुस्तफा ने बताया कि नए साल पर बड़ी संख्या में पर्यटक कश्मीर का रुख कर रहे हैं। पर्यटकों के लिए आकर्षक ऑफर दिए जा रहे हैं। सोनमर्ग में पहली बार होटल खुले रहेंगे। जम्मू के निदेशक विवेकानंद राय का कहना है कि विभिन्न कार्यक्रमों के जरिये अधिक से अधिक पर्यटकों को जम्मू संभाग के पर्यटन स्थलों तक लाया जाएगा।
अब तक 94.35 लाख ने किए दर्शन
श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अंशुल गर्ग ने बताया कि अब तक 94.35 लाख श्रद्धालु दरबार में हाजिरी दे चुके हैं, जो पिछले साल के मुकाबले तीन लाख ज्यादा हैं। 31 दिसंबर को भी 50 हजार से अधिक श्रद्धालुओं के पहुंचने की उम्मीद है। श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए कटड़ा से भवन तक क्षेत्र को 6 सेक्टर में बांटा गया है। प्रतिदिन 50 हजार श्रद्धालु ही भवन क्षेत्र में जा सकेंगे। अन्य को कटड़ा सहित अन्य स्थानों पर रोका जाएगा। भवन क्षेत्र के 500 मीटर के दायरे में रुकने की इजाजत नहीं होगी।
नए साल पर भी बर्फबारी के आसार कम
मौसम विज्ञान केंद्र श्रीनगर के अनुसार 5 जनवरी को कुछ हिस्सों में बादल छाए रहेंगे, लेकिन बारिश या बर्फबारी के आसार नहीं हैं। इससे पर्यटन स्थलों पर सफेद चादर नहीं बिछेगी। इस दौरान पर्यटन स्थलों पर कोहरा छाया रह सकता है।