बिधूना/औरैया। जनपद के बिधूना इलाके में बिज्जू के काटने से एक वृद्ध की मौत हो गयी। वृद्ध की मौत सूचना के बाद घर में कोहराम मच गया।
जानकारी के मुताबिक कस्बे के जवाहर नगर सुखचैनपुर में लगभग 65 वर्षीय रामभजन को बीते 22 दिन पहले रात्रि 11 बजे सोते समय बिज्जू ने कान में काट लिया था। शोर शराबा सुनकर मोहल्ले के लोगो ने बिज्जो को घेरकर मार दिया। जिसके बाद वृद्ध ने अपने कान का उपचार कराया, ठीक हो जाने पर वृद्ध निश्चिन्त हो गया।
बीते दो दिन पहले उसकी हालत दोबारा बिगड़ी तो परिजनो ने उनको सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया, जहां पर डॉक्टरों ने कहा कि बिज्जू के काटने के चलते शरीर में जहर फैल चुका है। इसके बाद परिजनों ने झाड़फूंक करवाई लेकिन उन्हें बचाया नही जा सका। परिजनों का रोरोकर बुरा हाल था। बीते 10 जुलाई कोे मृतक के एक बेटे ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी।
बिज्जू के काटने के बाद लक्षण और उसके उपाय
डॉक्टरों ने बताया कि जिस तरह कुत्ता काट लेता है और उसकी वैक्सीन लगती है। ठीक उसी तरह बिज्जू के काटने पर वैक्सीन लगती है। यदि समय रहते वैक्सीन नहीं लगवाई गयी तो उक्त व्यक्ति के शरीर में 7,14,21 दिन या एक महीना में कुत्ते काटने जैसे लक्षण हो जाते हैं। कुत्ता या बिज्जू के काटने से पानी से डरने लगता है।
डॉक्टरों ने और बताया कि इसके काटने के 24 घण्टे के अन्दर वैक्सीन लग जानी चाहिए तभी वैक्सीन कारगर साबित होती है। लक्षण दिखने के बाद कोई दवा कामयाब नही होती है।
रिपोर्ट-अनुपमा सेंगर