नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) को लेकर उत्तर पूर्वी दिल्ली में हुई हिंसा में मरने वालों की संख्या 18 तक पहुंच गई है। वहीं 200 से ज्यादा लोग घायल हैं। गुरु तेग बहादुर अस्पताल के द्वारा जारी किए गए आंकड़ों के मुताबिक, अभी तक दिल्ली हिंसा में 18 लोगों की जान जा चुकी है।
बता दें कि नागरिकता संशोधन कानून के समर्थन करने वाले और विरोध करने वालों के बीच रविवार को भड़की हिंसा मंगलवार को भी जारी रही। नॉर्थ ईस्ट दिल्ली के जाफराबाद, मौजपुर आदि इलाकों में जारी हिंसा में करीब 250 से अधिक लोग घायल हो गए हैं, इनमें 56 पुलिस के जवान भी शामिल हैं।
दिल्ली हाईकोर्ट ने 25 और 26 फरवरी की आधी रात को सुनवाई के दौरान दिल्ली पुलिस को निर्देश दिया है कि वह हिंसा में घायल पीड़ितों को सुरक्षा देने के साथ यह भी सुनिश्चित करें कि उन्हें तत्काल आपातकालीन उपचार दिलाया जाए। नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) को लेकर यमुनापार में भड़के दंगे के तीसरे दिन मंगलवार को पुलिस आयुक्त अमूल्य पटनायक ने दंगाइयों को देखते ही गोली मारने के आदेश दिए। इसका असर भी रात से दिखना शुरू हो गया है, बुधवार सुबह तक ताजा हिंसा की कोई खबर नहीं है।
राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल मंगलवार देर रात हालात का जायजा लेने के लिए सीलमपुर पहुंचे। डोभाल ने पुलिस के आला अधिकारियों से बातचीत की। सीलमपुर स्थित डिप्टी कमिश्नर ऑफ नॉर्थ-ईस्ट पुलिस के ऑफिस में करीब एक घंटे तक पुलिस कमिश्नर समेत पुलिस के अन्य आला अफसरों के साथ बैठक करने के बाद अजीत डोभाल सीलमपुर से निकल गए।