गुरूग्राम। दिल्ली से अहमदाबाद तक लगभग 872 किलोमीटर लम्बे हाई स्पीड रेल कॉरिडोर का विस्तृत परियोजना रिपोर्ट(डीपीआर) को लेकर तैयारियां शुरू हो गई हैं। इस प्रस्तावित परियोजना को लेकर नेशनल हाई स्पीड रेल कॉरपोरेशन लिमिटेड ने यहां पर्यावरण और सामाजिक विषयों में रुचि रखने वाले गुरुग्राम जिले के लोगों से सार्वजनिक चर्चा की जिसमें जिले के अतिरिक्त उपायुक्त विश्राम कुमार मीणा और परियोजना के डिप्टी टीम लीडर विजय शर्मा भी उपस्थित थे।
यह कॉरिडोर दिल्ली के द्वारका से शुरू होकर मानेसर, बावल, रेवाड़ी, बहरोड़, मनोहरपुरा, जयपुर, अजमेर, विजयनगर, भीलवाड़ा, चित्तौडग़ढ़, उदयपुर, डूंगरपुर, हिम्मतनगर, गांधीनगर होते हुए गुजरात के अहमदाबाद में सम्पन्न होगा। यानि यह प्रस्तावित कॉरिडोर दिल्ली, हरियाणा, राजस्थान और गुजरात सहित चार राज्यों के लगभग 14 जिलों से होकर जाएगा।
श्री शर्मा के अनुसार यह पूरा कोरिडोर एलिवेटेड होगा अर्थात मेट्रो की तरह नौ से दस मीटर की ऊंचाई पर बनाया जाएगा। इस पर हाई स्पीड रेल लगभग साढ़े 300 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से चलेगी और दिल्ली से अहमदाबाद मात्र 3.5 से चार घंटे में पहुंचाएगी। इस रेल कॉरिडोर पर 14 स्टेशन बनाए जाने का प्रस्ताव है जिनमें दिल्ली का द्वारका और हरियाणा के मानेसर और रेवाड़ी भी शामिल हैं। अन्य स्टेशन बहरोड़, शाहपुरा, जयपुर, अजमेर, विजयनगर, भीलवाड़ा, चित्तौडग़ढ़, उदयपुर, डूंगरपुर, हिम्मत नगर और गांधीनगर होंगे। इस परियोजना के पूरा होने पर भारत दुनिया के 15 देशों की हाई स्पीड रेल श्रेणी में गिना जाएगा।