लखनऊ। लोक प्रशासन विभाग और सेंट्रल प्लेसमेंट सेल, लखनऊ विश्वविद्यालय ने साझे सहयोग से सुरक्षा, जलवायु और सतत विकास के लिए वैश्विक शासन पर एक पैनल चर्चा का आयोजन किया। कार्यक्रम के मुख्य वक्ता डॉ. ऑगस्टो लोपेज़क्लारोस कार्यकारी निदेशक, द ग्लोबल गवर्नेंस फोरम, डॉ. आर्थर लियोन डाहल अध्यक्ष, अंतर्राष्ट्रीय पर्यावरण फोरम और डॉ. जोशुआ लिंकन, सीनियर फेलो, अंतर्राष्ट्रीय कानून और शासन हैं और इस पैनल चर्चा की अध्यक्षता प्रो. मनोज दीक्षित अध्यक्ष, लोक प्रशासन विभाग एवं डॉ. राम मनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय अयोध्या के पूर्व कुलपति।
डॉ ऑगस्टो ने 2021 में सुरक्षा जनरल ने चर्चा के कुछ विषय उठाए, जिनमें से एक भविष्य के शिखर सम्मेलन पर था। सवाल यह सोचने का था कि हम कैसा भविष्य चाहते हैं और दूसरा हम इसे कैसे प्राप्त करें।
डॉ. आर्थर ने 1819 में मैक्सिको आदि के नेतृत्व में 17 देशों के समूह में आंतरिक विरोधाभासों को हल करने के लिए एक साथ आने के लिए प्रौद्योगिकी और हथियार के दुरुपयोग के बारे में चर्चा की। लेख को वीटो के परिणाम के रूप में पेश किया गया था।
डॉ जोशुआ ने लोक प्रशासन के माध्यम से पर्यावरण की रक्षा के बारे में बात की। उन्होंने कहा, हमें जीवित प्रक्रियाओं को अपनाने की जरूरत है। प्रदूषण, जैव विविधता, मंदी, जलवायु चिंता जैसे बहुसंकट युवा लोगों को प्रभावित करते हैं। उन्होंने शासन की पुरानी प्रणाली और पुराने मुद्दों जलवायु परिवर्तन और नए के बारे में बात की। कृत्रिम बुद्धिमत्ता, बाहरी अंतरिक्ष आदि जैसे मुद्दे।
इस पैनल चर्चा के अध्यक्षा वक्ता प्रोफेसर मनोज दीक्षित ने स्थिरता और शासन के बारे में न्याय और यूरोपीय कथा के बारे में बात की। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि शासन के क्षेत्र में संसाधनों का समान वितरण सर्वोपरि होना चाहिए न कि पश्चिम के प्रभुत्व वाले नैरेटिव का।
कार्यक्रम की संयोजक डॉ. वैशाली सक्सेना ने अतिथियों का स्वागत एवं धन्यवाद ज्ञापित किया। प्रोफेसर मधुरिमा लाल निदेशक, सेंट्रल प्लेसमेंट सेल विषय की प्रासंगिकता पर कुछ प्रकाश के माध्यम से। कार्यक्रम का संचालन अंजलि सिंह ने किया। विश्वविद्यालय के लोक प्रशासन विभाग के अन्य संकाय सदस्यों, अनुसंधान विद्वानों और बड़ी संख्या में छात्रों ने भी कार्यक्रम में भाग लिया।