Published by- @ShivPratapSinghSengar, Wednesday, 25 Febraury, 2022
औरैया। कोविड और अन्य कारणों से नियमित टीकाकरण से वंचित दो वर्ष तक के बच्चों और गर्भवती महिलाओं को प्रतिरक्षित करने के लिए स्वास्थ्य विभाग जनपद में सात मार्च से सघन मिशन इंद्रधनुष- 4.0 (IMI-4.0) शुरू करेगा। इस संबंध में शुक्रवार को जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डाॅ. डीएन कटियार की अध्यक्षता में जनपद स्तरीय संवेदीकरण कार्यशाला जनपद के एक स्थानीय होटल में आयोजित की गई।
26 फ़रवरी तक सर्वे के बाद माइक्रोप्लान होगा तैयार, 7 मार्च से होगी पहला चरण की शुरुआत
जिला प्रतिरक्षण अधिकारी ने बताया कि कोविड-19 संक्रमण के दौरान लॉकडाउन और अन्य कारणों से टीकाकरण से छूटे हुए बच्चों का टीकाकरण करने के निर्देश शासन से मिले हैं। इस संबंध में आज यह कार्यशाला आयोजित की गयी। इसके लिए 26 फ़रवरी तक सर्वे कर नियमित टीकाकरण से छूटे बच्चों और गर्भवती महिलाओं को चिन्हित कर माइक्रोप्लान तैयार किया जा रहा है । तीन चरणों में चलने वाले सघन मिशन इंद्रधनुष- 4.0 का पहला चरण 7 मार्च से शुरू होगा। विधानसभा चुनाव की मतणना के चलते 10 मार्च को टीकाकरण कार्यक्रम स्थगित रहेगा। दूसरा चरण चार अप्रैल और तीसरा चरण दो मई से शुरू होगा।
उन्होंने बताया कि टीकाकरण से अक्सर विस्थापित परिवार छूट जाते हैं। इसमें बड़ी संख्या में मजदूर वर्ग आता है। कामकाज के हिसाब से यह लोग विभिन्न प्रदेशों और शहरों में घूमते हैं। सर्वे में इनके बच्चों का विशेष रूप से ध्यान रखा जाएगा। इसके अलावा जिले की सीमा से सटे इलाकों में बसे लोगों के बच्चों का भी विशेष रूप से ध्यान रखा जाएगा।कार्यशाला में डबल्यूएचओ से एसएमओ डॉ. चेतन शर्मा, यूनिसेफ़ से डीएमसी नरेंद्र, युएनडीपी के वीसीसीएम सतेंद्र, सभी ब्लाॅक के एमओआईसी आदि उपस्थित रहे।
क्या है सघन मिशन इंद्रधनुष-4.0?
सघन मिशन इंद्रधनुष दरअसल विशेष टीकाकरण अभियान है। शून्य से दो वर्ष तक के बच्चे और गर्भवती, जो नियमित टीकाकरण से छूट जाते हैं, विशेष अभियान चलाकर उन्हें टीके लगाए जाते हैं। इस अभियान का नाम इंद्रधनुष इसलिए रखा गया है क्योंकि इंद्रधनुष में सात रंग होते हैं और इस अभियान के दौरान सात बीमारियों से प्रतिरक्षित करने के लिए टीके लगाए जाते हैं। स्वास्थ्य विभाग की ओर से यह टीकाकरण निशुल्क किया जाता है। इस अभियान के अंतर्गत बच्चों को सात खतरनाक बीमारियों तपेदिक, पोलियो, हेपेटाइटिस-बी, डिप्थीरिया, काली खांसी, टिटनेस और खसरा से बचाव के लिए टीके लगाए जाएंगे। इसके अलावा अभियान में गर्भवती महिलाओं को टीडी का टीका लगाया जाएगा।