पितृ पक्ष के दौरान मनुष्य अपने पितरों को तर्पण देने के साथ उनका श्राद्ध भी करता हैं। ऐसे में श्राद्ध के समय गर्भवती महिलाओं के लिए कुछ खास नियम बताएं गए हैं और इनका पालन न करने पर महिला के बच्चे पर बुरा प्रभाव पड़ जाता हैं।
पितृपक्ष में प्रेग्नेंट महिलाएं-
पितृ पक्ष के दौरान पितरों के साथ साथ बुरी आत्माएं भी धरती पर आ जाती हैं जिनका गलत असर गर्भवती महिला के होने वाले बच्चे पर भी पड़ जाता हैं।पितृपक्ष पर गर्भवती महिलाएं किसी एकांत स्थान या फिर जंगल की ओर भूलकर भी नहीं जाए तो ही शुभ होगा। ऐसी जगहों पर नकारात्मक शक्तियों का वास होता हैं, जो गर्भवती महिला और उसके बच्चे की सेहत पर बुरा प्रभाव डाल सकता हैं।
इसी के साथ पितृपक्ष के दौरान गर्भवती महिलाओं के शमशान घाट के पास जाने की भी मनाही होती हैं क्योंकि इस समय पितरों के साथ वहां पर कई बुरी आत्माएं भी मौजूद रहती हैं जो गर्भ में पल रहे शिशु और माता पर अना बुरा प्रभाव डालती है।