Breaking News

इंग्लैण्ड के ‘ग्लोबल पायनियर अवार्ड’ के लिए डा. जगदीश गांधी चयनित

लखनऊ। सिटी मोन्टेसरी स्कूल के संस्थापक एवं प्रख्यात शिक्षाविद् डा. जगदीश गांधी को शिक्षा के क्षेत्र में अतुलनीय योगदान हेतु इंग्लैण्ड के अत्यन्त प्रतिष्ठित ‘ग्लोबल पायनियर अवार्ड-2021’ हेतु चयनित किया गया है, जो कि लखनऊ के लिए ही नहीं अपितु प्रदेश व देश के लिए गौरव की बात है। सीएमएस के मुख्य जनसम्पर्क अधिकारी हरि ओम शर्मा ने बताया कि डा. गांधी विगत 62 वर्षों से सम्पूर्ण विश्व में शिक्षा के माध्यम से एकता व शान्ति स्थापना का परचम लहरा रहे हैं एवं भावी पीढ़ी के सुन्दर, सुखमय व सुरक्षित भविष्य हेतु आदर्श विश्व व्यवस्था की स्थापना में जी-जान से जुटे हैं। इन्ही अथक प्रयासों का प्रतिफल है कि डा. गांधी को विश्व के इस अत्यन्त प्रतिष्ठित अवार्ड हेतु फाइनलिस्ट के तौर पर चयनित किया गया है। अवार्ड के विजेताओं की घोषणा 3 सितम्बर को लंदन में आयोजित सम्मान समारोह में की जायेगी।

श्री शर्मा ने बताया कि इस अवसर पर एक अनौपचारिक वार्ता ने डा. गांधी ने कहा कि ग्लोबलाइजेशन के इस दौर में विश्व के सभी एक-दूसरे से जुड़े हुए हैं, ऐसे में भावी पीढ़ी को शुरूआत से ही विश्व नागरिक बनाना एवं वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धी कार्यक्रमों का आयोजन अपरिहार्य ही है क्योंकि जलवायु परिवर्तन, अशिक्षा, गरीबी जैसी अनेकों वैश्विक समस्याओं के समाधान वैश्विक दृष्टिकोण से प्राप्त किये जा सकते हैं। डा. गांधी ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र संघ के सतत विकास लक्ष्यों एवं भारत की राष्ट्रीय शिक्षा नीति में भी ‘ग्लोबल सिटीजनशिप एजूकेशन’ की बात कही गई है।

श्री शर्मा ने बताया कि वैसे तो शिक्षा के क्षेत्र में डा. जगदीश गांधी को अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर अनेक पुरस्कारों व सम्मानों से नवाजा जा चुका है, परन्तु ‘ग्लोबल पायनियर अवार्ड’ का अपना अलग ही महत्व है जो कि शिक्षा के क्षेत्र में वैश्विक स्तर पर नवीनता एवं उपलब्धियों को प्रोत्साहित करता है और विश्व में सर्वाधिक प्रतिस्पर्धी पुरस्कार माना जाता है। श्री शर्मा ने बताया कि इस प्रतिष्ठित पुरस्कार हेतु विगत वर्ष की तुलना में इस वर्ष प्रविष्टियों की संख्या में 50 प्रतिशत से अधिक की वृद्धि दर्ज की गई तथापि लखनऊ की सरजमीं से डा. गांधी का फाइनलिस्ट के तौर पर चयनित होना शिक्षा के क्षेत्र में अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर आपकी लीडरशिप को स्वयं ही प्रमाणित करता है।

डा. गांधी का मानना है कि शिक्षा के माध्यम से भावी पीढ़ी का वैश्विक दृष्टिकोण विकसित करना वर्तमान समय की महती आवश्यकता है, जिससे वे आगे चलकर आदर्श विश्व नागरिक बनें व देश, समाज व विश्व के कल्याण हेतु अपनी रचनात्मक ऊर्जा का सदुपयोग कर सकें। इसी कड़ी में डा. गांधी विगत 62 वर्षों से सीएमएस के ध्येय वाक्य ‘जय जगत’ के माध्यम से छात्रों को न केवल शैक्षणिक क्षेत्र में अपितु एक जागरूक विश्व नागरिक हेतु लगातार प्रेरित कर रहे हैं।

About Samar Saleel

Check Also

बहू को स्टेशन से लेने जा रहा था परिवार, अनियंत्रित स्कॉर्पियों डिवाइडर से टकराई; पांच लोग घायल

आजमगढ़:  आजमगढ़ जिले के देवगांव कोतवाली क्षेत्र के कैथीशंकरपुर स्थित ओवरब्रिज पर मंगलवार को अनियंत्रित ...