उत्तर प्रदेश बोर्ड की इस साल की दसवीं और बारहवीं की प्रायोगिक परीक्षाएं अगले महीने से आरंभ होंगी. इस साल कोविड के कारण इन प्रैक्टिकल परीक्षाओं में काफी सख्ती बरती जाएगी. उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद ने इस बाबत कोविड गाइडलाइंस और एसओपीज भी जारी कर दी हैं. स्टूडेंट्स, टीचर्स और बाकी स्टाफ को परीक्षाएं आयोजित कराते समय इन सभी का पालन करना होगा.
आपकी जानकारी के लिए बता दें यूपी बोर्ड प्रैक्टिल परीक्षाएं 03 फरवरी से 22 फरवरी 2021 के मध्य प्रस्तावित हैं. महामारी के इस दौर में सुरक्षित तरीके से परीक्षाएं आयोजित हो सकें इसलिए बोर्ड ने गाइडलाइंस जारी की हैं. जानें विस्तार से.
प्रयोगशालाएं होंगी सैनिटाइज –
इन गाइडलाइंस में कहा गया है कि स्टूडेंट्स के इस्तेमाल के पहले और बाद में लैबोरेट्रीज को ठीक से सैनिटाइज किया जाए. स्कूल बस या ऐसा कोई भी वाहन जिसमें बल्क में स्टूडेंट्स बैठें, उसे भी सैनिटाइज किया जाए.
थर्मल स्कैनिंग –
स्टूडेंट्स, टीचर्स, स्टाफ सभी की थर्मल स्कैनिंग की जाएगी और अगर किसी को भी टेम्परेचर निकलता है तो उसे परीक्षा में भाग लेने की अनुमति नहीं होगी. साथ ही स्टूडेंट्स को कोई और भी लक्षण न हो इस बात पर भी कड़ी नजर रखी जाएगी.
हाथ की हाइजीन पर होगा फोकस –
हाथ की साफ-सफाई पर विशेष ध्यान रखा जाएगा. लैब, टॉयलेट्स वगैरह हर जगह सैनिटाइजर और साबुन रखा जाएगा ताकि स्टूडेंट्स अपने हाथ ठीक से साफ करें.
सोशल डिस्टेंसिंग का खास ख्याल –
सोशल डिस्टेंसिंग का भी खास ख्याल रखा जाएगा और संभव हुआ तो स्कूलों को आग्रह किया जाएगा कि वे अलग-अलग एंट्री और एग्जिट प्वॉइंट बनाएं. परीक्षा के दौरान स्टूडेंट्स को एक-दूसरे से 6 फीट दूर रहना होगा.
फेस मास्क होगा मैंडेटरी –
फेस मास्क पहनना हर किसी के लिए अनिवार्य होगा और स्कूल को कुछ मास्क अतिरिक्त भी रखने होंगे ताकि किसी को भी जरूरत पड़े तो उसे मास्क उपलब्ध कराया जा सके.
सीसीटीवी से होगी निगरानी –
परीक्षा केंद्रों पर सीसीटीवी से कड़ी निगरानी की जाएगी ताकि यह इंश्योर हो सकें कि वहां सभी नियमों का पालन हो रहा है. स्कूल प्रिंसिपल्स को कैमरे की रिकॉर्डिंग सेव करके रखनी होगी.