नई दिल्ली। महंगाई दर में इन दिनों काफी गिरावट आई है। इससे आम आदमी की रोजमर्रा की इस्तेमाल होने वाली और खाने पीने के सामान में नरमी दिखाई पड़ रही है। वहीं इससे लोगों को अब राहत काफी राहत मिली है। यही नहीं इसका असर थोक मूल्य सूचकांक पर भी दिखाई पड़ रहा है। वहीं फल और सब्जियों के दाम भी अब आम आदमी की पहुंच में बनाने के लिए सरकार ने ठोस कदम उठाये हैं। जिससे एक ओर जहां किसानों को उसका सही दाम मिल पा रहा है। वहीं अवैध रूप से भण्डारण करके दाम बढ़ाने की प्रथा पर रोक लगी है।
आम आदमी को राहत तो व्यवसाई और किसानों को मिल रहा लाभ
महंगाई दर में अचानक गिरावट और बढ़ोत्तरी से जहां आम आदमी को महंगाई की मार झेलनी पड़ती थी तो वहीं व्यवसाई वर्ग और किसानों को उनकी लागत न मिल पाने से लाभ से वंचित रहना पड़ता था। लेकिन अब सरकार की सधी हुई नीतियों से इन पर रोक लगने से सबको राहत मिलने के साथ फायदा भी मिल रहा है।
- थोक महंगाई दर गिरकर 6 महीने के निचले स्तर 2.84 फीसदी पर आ गयी है।
- दिसंबर 2017 में थोक महंगाई दर 3.58 फीसदी और जनवरी 2017 में थोक महंगाई दर 4.26 फीसदी थी।
- दलहन में थोक कीमतें एक साल पहले की तुलना में जनवरी में 30.43 फीसदी नीचे रही।
- इसी तरह गेहूं और मोटे अनाज के भावों में क्रमश: 6.94 फीसदी और 1.98 फीसदी की नरमी देखी गयी।
- इसी तरह अंडे, मांस और मछली की थोक कीमतें भी 0.37 फीसदी नीचे आईं।
- ईधन और बिजली में थोक महंगाई दर जनवरी में 4.08 फीसदी रही।
- जबकि मैन्यूफैक्चर्ड वस्तुओं का थोक मूल्य सूचकांक जनवरी में 2.78 फीसदी ऊंचा था।