नई दिल्ली। विदेश मंत्री डॉ एस जयशंकर और केंद्रीय श्रम एवं रोजगार मंत्री मनसुख मंडाविया ने सोमवार को यहां एक कार्यक्रम के दौरान ई-माइग्रेट पोर्टल और मोबाइल ऐप लॉन्च किया, जो विदेश जाने वाले भारतीय कामगारों के लिए सुरक्षित, पारदर्शी और समावेशी लेबर मोबिलिटी की दिशा में एक बेहतरीन कदम है।
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विदेश मंत्रालय के अनुसार ई-माइग्रेट वी2.0 वेब पोर्टल और मोबाइल ऐप लॉन्चिंग के दौरान जयशंकर ने कहा कि यह प्लेटफॉर्म विदेशों में भारतीय कामगारों के कल्याण एवं सुविधाओं में सुधार के लिए सरकार की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा ‘सुरक्षित जाएं, प्रशिक्षित जाएं’ के आदर्श वाक्य के साथ कानूनी और सुरक्षित प्रवास को बढ़ावा देने वाले डाक टिकट जारी करने को याद किया। उन्होंने कहा की आज का कार्यक्रम उस भावना को दर्शाता है, क्योंकि यह मोदी सरकार की जीवन को आसान बनाने और लोगों पर केंद्रित शासन को बढ़ाने की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
विदेश मंत्री ने कहा यह वास्तव में आशा की किरण है, विदेशी धरती पर हमारे श्रमिकों के अधिकारों और सम्मान की रक्षा के लिए हमारी प्रतिबद्धता का प्रतीक है। पोर्टल में जो सुधार हमने प्रेजेंटेशन में देखे, वे वास्तव में नई वास्तविकताओं और परिवर्तनों को दर्शाते हैं, जिन्हें हम सभी वैश्विक प्रवासन की स्थिति के संबंध में देख रहे हैं।
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बता दें कि संशोधित ई-माइग्रेट संस्करण 2 पोर्टल को डिजिलॉकर के साथ भी एकीकृत किया गया है। यह प्रवासियों को कागज रहित तरीके से डिजिलॉकर के माध्यम से क्लीयरेंस प्राप्त करने के लिए विभिन्न दस्तावेज जमा करने में सक्षम करेगा। यह प्लेटफॉर्म विदेश में रोजगार के अवसरों के लिए वन-स्टॉप मार्केटप्लेस की पेशकश करके नौकरी चाहने वालों का भी समर्थन करता है। स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के साथ नए सहयोग शून्य लेनदेन शुल्क के साथ डिजिटल भुगतान सेवाओं को सक्षम बनाते हैं और बीमा कवरेज के माध्यम से आप्रवासियों की सामाजिक सुरक्षा को भी व्यापक बनाने का लक्ष्य रखते हैं।
रिपोर्ट-शाश्वत तिवारी