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‘सबसे खराब दौर में पूर्वी लद्दाख क्षेत्रीय सीमा’, जयराम रमेश ने भारत-चीन विवाद पर कही यह बात

कांग्रेस देशभर में अपना 139वां स्थापना दिवस मना रही है। गुरुवार को स्थापना दिवस के मौके पर नागपुर में एक विशाल रैली का आयोजन किया गया है। ‘हैं तैयार हम’ महारैली के जरिए कांग्रेस आगामी लोकसभा चुनाव की तैयारियों में जुट चुकी है। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, कांग्रेस नेता सोनिया गांधी, राहुल गांधी समेत कई दिग्गजों ने शिरकत की। कांग्रेस की महारैली में केंद्र सरकार पर जमकर हमले किए गए। इसी बीच, कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ के जरिए भाजपा की केंद्र सरकार को जमकर घेरा है। उन्होंने आरोप लगाया कि मई 2020 से चीन के सैनिक भारतीय गश्ती दल को पूर्वी लद्धाख के डेपसांग मैदान, डेमचोक तक पहुंच बनाने से रोक रहे हैं। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि देश अपने छह दशकों में सबसे बुरे क्षेत्रीय संकट से जूझ रहा है।

सोशल मीडिया के जरिए जयराम का भाजपा पर वार
एक्स पर रमेश ने लद्दाख स्थित राजनेता कोंचोक स्टैनजिन की एक पोस्ट का हवाला दिया, जिन्होंने कहा था कि लद्दाख में 1962 के चीन-भारत संघर्ष के प्रसिद्ध रेजांग ला युद्ध के स्थल पर एक मील का पत्थर चीन के साथ विघटन प्रक्रिया के हिस्से के रूप में सेना द्वारा नष्ट कर दिया गया था। बता दें स्टैनजिन लद्दाख स्वायत्त पहाड़ी विकास परिषद में चुशुल के पार्षद हैं।

मेजर सिंह के स्मारक को तोड़ा गया- कोंचोक स्टैनजिन
बता दें चुशूल के पार्षद कोंचोक स्टैनजिन ने खुलासा किया है कि जिन स्थान पर मेजर सिंह गिरे थे, वहां एक स्मारक बनाया गया था, लेकिन उसे तोड़ दिया गया था क्योंकि यह 2021 में चीन के साथ बातचीत के बफर जोन में आता था। साथ ही उन्होंने कहा कि यह मेजर सिंह की स्मृति का बहुत बड़ा अपमान है। इसी पोस्ट का हवाला देते हुए जयराम रमेश मोदी सरकार को आड़े हाथ लिया है। कांग्रेस नेता ने कहा कि मेजर शैतान सिंह के नेतृत्व में 13 कुमाऊं की ‘सी’ कंपनी द्वारा रेजांग ला की रक्षा, भारतीय युद्ध इतिहास के सबसे पुराने प्रसंगों में से एक हैं।

लद्दाख पर केंद्र की स्थिति शर्मनाक- जयराम
मोदी सरकार पर हमला करते हुए जयराम रमेश ने कहा कि यह एक शर्मनाक स्थिति है। चार वर्षों से मोदी सरकार ने इन मुद्दों से लोगों का ध्यान भटकान और कई झूठ बोले हैं। साथ ही जयराम रमेश ने 2017 में डोकलामा के मुद्दे पर भी सरकार को जमकर घेरा। रमेश ने कहा कि यह भारत के लोगों को सच्चाई बताने और समझाने का समय है। साथ ही उन्होंने कहा कि लद्दाख में यथास्थिति कैसे और कब बहाल होगी।

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