पात्रा चॉल मामले में शिवसेना नेता और सांसद संजय राउत को ईडी ने गिरफ्तार कर लिया है। बता दें की इस साल की शुरुआत में राउत ने आरोप लगाया था कि ED के कुछ अधिकारी मुंबई में ‘रंगदारी रैकेट’ रैकेट चला रहे हैं।
गिरफ्तारी से ठीक एक दिन पहले राउत ने खुलकर कई मसलों पर बात की थी। राउत ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह से लेकर महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस तक तारीफ की थी।बताया जा रहा है कि संजय राउत को गिरफ्तार करने के पीछे ये तीन वजह बताई जा रही हैं.
1- संजय राउत जांच में सहयोग नहीं कर रहे थे.
2- ईडी की जांच में लेन-देन की जो जानकारी मिली है, उससे पता चलता है कि संजय राउत को इस पूरे घोटाले में लाभ मिला है. वे मनी लॉन्ड्रिंग में शामिल हैं.
3- संजय राउत ने मनी लॉन्ड्रिंग के मुख्य आरोपी प्रवीण राउत की मदद की है.
इन आरोपों के आधार पर मुंबई पुलिस ने SIT का गठन किया था और बाद में महाराष्ट्र एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) ने FIR दर्ज की। किसी भी तरह का सबूत न मिलने पर SIT को रद्द कर दिया गया। बांबे हाई कोर्ट ने ACB की जांच पर रोक लगा दी और मामले की सुनवाई इस महीने के बाद होगी।
राउत पर मुंबई के पात्रा चॉल घोटाले में शामिल होने का आरोप है। सोमवार को ईडी ने राउत से 16 घंटे तक पूछताछ की। इसके बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। आज उन्हें कोर्ट में पेश किया जा सकता है।