राज्यपाल आनंदीबेन पटेल नई शिक्षा नीति के प्रभावी क्रियान्वयन के प्रति प्रारंभ से ही गंभीर रही हैं. वह कुलाधिपति के रूप में अनेक स्तर पर प्रयास करती रही है.
उन्होने कहा कि नई शिक्षा नीति हमारे देश को सतत् विकास के लिए अग्रसर करेगी। इसमें परिस्थितियों के अनुरूप ऑनलाइन शिक्षा को विशेष स्थान दिया गया है. देश में आज एक तरफ इनोवेशेन का जुनून है तो दूसरी तरफ उन इनोवेशन को तेजी से स्वीकार करने का जज्बा भी है।
वैश्विक महामारी कोविड-19 के परिणामस्वरूप ऑनलाइन शिक्षा को बढ़ावा मिला। आनंदीबेन पटेल ने बाराबंकी में मुस्कान ड्रीम क्रियेटिव फाउण्डेशन के प्रोजेक्ट डिजिटल शाला का लोकार्पण किया। हिन्द मेडिकल कालेज, बाराबंकी में आयोजित इस लोकार्पण समारोह में सम्बोधित किया।
उन्होंने कहा कि मुस्कान ड्रीम सरकारी स्कूलों के बच्चों के लिए डिजिटल सीखने के अवसरों को साकार करके और शिक्षकों को डिजिटल प्रणाली में सशक्त बनाकर उनके बीच की दूरी समाप्त करने का समाधान कर रहा है। डिजिटल शाला शिक्षा के क्षेत्र में पारदर्शिता और दक्षता प्रदान करने के लिए भारत सरकार द्वारा शुरू किया गया एक महत्वपूर्ण पोर्टल है। इस पोर्टल का मुख्य उद्देश्य शिक्षा को बढ़ावा देना और इसे डिजिटल माध्यम से जोड़ना है।
शिक्षक इस पोर्टल पर छात्रों के प्रोफाइल का प्रबन्धन कर सकते हैं और शैक्षणिक परिणाम बना सकते हैं। छात्र शाला पोर्टल में लॉग इन कर सकते हैं और सूचनात्मक वीडियो के साथ समृद्ध वातावरण में सीख सकते हैं।