शिक्षा प्रणाली में सुधार पिछले कई दशकों से अपेक्षित था। नरेंद्र मोदी सरकार ने इस ओर गम्भीरता से प्रयास किया। व्यापक विचार विमर्श के बाद नई शिक्षा नीति लागू की गई। यह भारत को पुनः विश्वगुरु बनाने में सहायक होगी। देश की क्षेत्रीय भाषाओं संस्कृति,विचारों एवं मूल्यों पर केन्द्रित नई शिक्षा नीति स्वदेशी ज्ञान और तकनीक के आधार पर नये भारत को शक्तिशाली बनाने में सहायक होगी।
अनएडेड प्राइवेट स्कूल्स एसोसिएशन लखनऊ द्वारा सम्मान समारोह एवं नई शिक्षा नीति क्रियान्वन विषय पर संगोष्ठी का आयोजन किया गया। इसमें महापौर संयुक्ता भाटिया ने नवनिर्वाचित MLC उमेश द्विवेदी एवं अवनीश कुमार सिंह का स्वागत एवं अभिवादन भी किया।
उन्होंने कहा कि नई शिक्षा नीति भारत की शिक्षा क्षेत्र में एक क्रांतिकारी बदलाव है।यह बदलाव बहुत पहले ही हो जाना चाहिए था। लेकिन वर्तमान सरकार ने शिक्षा के महत्व को समझते हुए नई शिक्षा नीति में बहुत ही क्रांतिकारी परिवर्तन किया है। अब इसके सफलता पूर्वक क्रियान्वन की आवश्यकता है।
महापौर ने कहा कि शिक्षा हमारे देश के भविष्य का एक आधारभूत ढांचा है।हमारे देश की शिक्षा व्यवस्था जितनी दुरुस्त होगी हमारे आने वाले भविष्य के बच्चे उतने ही संस्कारवान और राष्ट्र के प्रति जागरूक होंगे। वर्तमान शिक्षा नीति वास्तव में हमारे बच्चों के भविष्य के निर्माण में एक मील का पत्थर साबित होगी।
डॉ. दिलीप अग्निहोत्री