बहराईच। यूँ तो सभी धर्मो में परलोक सिधारने वाले लोगो का अंतिम संस्कार सामाजिक नियमो और सम्मान के साथ किया जाता है लेकिन बहराईच अस्पताल जिला चिकित्सालय के मर्चरी में तो मुर्दो का घोर अपमान किया जा रहा है विश्वास न हो तो ये चिकित्सालय के शव ग्रह से आज खिंची गई इन तस्वीरें को जरा गौर से देखेये कहते है तस्वीरे झूठ नही बोलती। इन तस्वीरों के देखने से हकीकत अपने आप सामने आजायेगी। शव (लाश) रखने के लिए बने चबूतरों पर फैला खून और जमी गंदगी ही हकीकत बयां करने के लिए बहुत काफी है। जरा सोचिए बीमारी या दुर्घटना होने के कारण मौतों में अस्पताल कर्मी जब शव मर्चरी में रखते होंगे यो वहा की बदहाल व्यव्यस्था देख कर शोक संतप्त परिजनों पर क्या बीतती होगी जिन्होंने पुरे सम्मान के साथ अंतिम संस्कार करने को सोचा होगा। शव घर के अंदर से उठती भयंकर दुर्गन्ध इतनी ज्यादा है कि पुलिस कर्मी पंचनामा करते समय नांको पर रुमाल रख कर पंचनामा करने को मजबूर है। वर्षो पूर्व शासन ने शव घर में शवों को सुरक्षित रखने के लिए टू बाड़ी कोल्ड स्टोरेज मशीन भी उपलब्ध कराई थी जिससे शवों को सुरक्षित रखा जा सके।
साथ ही इस शवग्रह में सुवरो का झुण्ड से परिजनों को काफी दिक्कतें हो रही है लेकिन अस्पताल कर्मियों की घोर लापरवाही देखिये मशीने आज तक धूल फांक रही है ऐसा आज से नही वर्षो से होता चला आ रहा है लेकिन किसी का मान हो या अपमान इन लापरवाह स्वास्थ कर्मियों पर कोई फर्क नही पड़ता अस्पताल के जिमेदार अधिकारी भी सब कुछ जानते हुए भी मौन बने हुए है। ऐसे लापरवाह स्वास्थ्य कर्मियों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही करने की जरूरत है लेकिन सारा मामला संज्ञान में होते हये भी क्यों अस्पताल प्रशासन लीपा पोती में जुटा रहता है। मर्जरी के अंदर की नही बाहर भी कूडो का ढेर भी पटा पड़ा है लेकिन ये कूड़े के ढेर जिम्मेदारों को दिखाई नही दे रहा है।
रिपोर्ट: फराज अंसारी