छत्तीसगढ़ के पहले मुख्यमंत्री अजीत जोगी का शुक्रवार 29 मई को 74 वर्ष की उम्र में निधन होगा. नौकरशाह से नेता बने अजित जोगी को इस महीने की शुरुआत में कार्डियक अरेस्ट हुआ था और तब से वह रायपुर के एक अस्पताल में भर्ती थे.
मिली जानकारी के मुताबिक शुक्रवार को भी उन्हें एक कार्डियक अरेस्ट आया था, जिसके बाद उनकी हालत ज्यादा गंभीर हो गई थी. शुक्रवार को राजधानी रायपुर के नारायण हॉस्पिटल में अजीत जोगी ने अंतिम सांस ली. जोगी राजधानी रायपुर के नारायणा अस्पताल में पिछले 21 दिनों से उनका उपचार चल रहा है. जोगी तभी से कोमा में थे.
अस्पताल के डायरेक्टर डॉ सुनील खेमका और डॉ पंकज ओमर के नेतृत्व में विशेषज्ञों की टीम लगातार 24 घंटों तक उनके स्वास्थ्य की निगरानी में जुटी थी.
जोगी पिछले 21 दिनों से अस्पतान में थे, उन्हें 9 मई की सुबह उनकी हालत बिल्कुल सामान्य थी. सुबह के वक्त नाश्ते के बाद वे बंगले के बागीचे में बैठे थे. इस दौरान उन्होंने पेड से गिरे गंगा इमली के फल को खाया. फल का बीज उनके गले में फंस गया.
इसके बाद वह बीज स्वांस नली में अटक गया. इस घटना के बाद जोगी कोमा में चले गए थे. पिछले कुछ दिनों से उनके मस्तिष्क में थोडी हरकत शुरू हुई थी और उम्मीद की जा रही थी कि जोगी जल्द स्वस्थ्य हो जाएंगे.