राजपथ पर प्रदर्शित यूपी की झांकी को औपचारिक रूप से प्रथम पुरष्कार प्रदान किया गया। केंद्रीय युवा एवं खेल मंत्री किरण रिजिजु ने यह पुरस्कार प्रदान किया। उत्तर प्रदेश सरकार के अपर मुख्य सचिव सूचना नवनीत सहगल,सूचना निदेशक शिशिर और टीम ने दिल्ली में पुरस्कार ग्रहण किया।
गणतंत्र दिवस का मुख्य समारोह नई दिल्ली के राजपथ पर होता है। यहां भारत के शौर्य का प्रदर्शन होता है। इस बार का शौर्य प्रदर्शन भी अपने में विशिष्ट था। क्योंकि इसमें शौर्य के साथ स्वावलम्बन और आत्मनिर्भर भारत का भी सन्देश समाहित था।
नरेंद्र मोदी सरकार सामरिक क्षेत्र में आत्मनिर्भर भारत की इबारत लिख रही है। इसके पहले भारत सामरिक सामग्री का दुनिया में सबसे बड़ा आयातक था,अब चालीस से अधिक देशों को भारत सामरिक सामग्री का निर्यात कर रहा है।
जनभावना की अभिव्यक्ति
शौय प्रदर्शन के साथ ही राजपथ पर अनेक राज्य झांकियों के रूप में सांस्कृतिक प्रदर्शन भी करते है। सभी राज्यों की झांकियों में कोई ना कोई विशेषता होती है। बाद में इन्हें पुरष्कृत भी किया जाता है। पुरष्कार मिलना तो औपचारिक होता है।लेकिन किसी भी प्रदर्शन का सबसे बड़ा सम्मान व पुरष्कार तो उसी समय दर्शक ही प्रदान कर देते है। जब राजपथ पर यूपी की झांकी निकली तो मंत्रियों सहित दर्शक भी खड़े होकर ताली बजाने लगे। अनेक लोग भावविभोर होकर हाथ जोड़े खड़े थे। इससे बड़ा सम्मान कोई हो नहीं सकता है।
गौरव के अनुकूल झांकी
दर्शकों का यह सम्मान ही सर्वाधिक विशिष्ट था। वस्तुतः यह झांकी थी ही ऐसी। इससे सुंदर विचार वर्तमान समय में कोई और हो भी नहीं सकता था। पांच सौ वर्ष के बाद जन्मभूमि निर्माण का सपना साकार हो रहा है। इस समय मंदिर निर्माण का कार्य चल भी रहा है। महर्षि बाल्मीकि दुनिया के पहले कवि है। झांकी में उनका भी स्मरण किया गया। राजपथ पर श्री राम मंदिर की थीम पर आधारित झांकी का उत्साह पूर्ण स्वागत किया गया। इस झांकी का शीर्षक गीत लखनऊ गीतकार व साहित्यकार वीरेन्द्र वत्स द्वारा रचित है।
इस गीत में अयोध्या धाम माता जानकी व श्रीराम के प्रति जनमानस की आस्था प्रकट की गई। सूचना निदेशक शिशिर ने ट्वीट कर झांकी को प्रथम पुरष्कार मिलने की जानकारी दी थी। इस वर्ष के गणतंत्र दिवस में उत्तर प्रदेश की भव्य झांकी को प्रथम स्थान पाने का गौरव प्राप्त हुआ है। उन्होंने ट्वीट में आगे लिखते हुए सारी टीम को दिल से बधाई दी है। इस बार गणतंत्र दिवस पर यूपी की झांकी अयोध्या में बनने वाले भव्य राम मंदिर पर आधारित थी। साथ ही इसमें प्रदेश की कला और संस्कृति को रेखांकित किया गया था।